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Muhurat Trading 2025: नए सम्वत् के लिए ब्रोकरेज फर्म ने चुने ये आठ स्टॉक्स, चेक करे टारगेट प्राइस

Muhurat Trading 2025: मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ अगले सम्वत् 2082 की शुरुआत आज हो गई। आज से नए निवेश वर्ष की शुरुआत हुई है। इसमें निवेश के लिए घरेलू ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने आठ स्टॉक्स चुने हैं। चेक करें इन आठ स्टॉक्स की लिस्ट, खरीदारी के लिए सही लेवल और टारगेट प्राइस?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Oct 21, 2025 पर 2:42 PM
Muhurat Trading 2025: नए सम्वत् के लिए ब्रोकरेज फर्म ने चुने ये आठ स्टॉक्स, चेक करे टारगेट प्राइस
दिवाली को होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग से नए सम्वत् की शुरुआत होती है और इस हिसाब से अगले सम्वत् 2082 की शुरुआत आज से हो रही है और इसे लेकर ब्रोकरेज फर्म काफी पॉजिटिव है।

Muhurat Trading 2025: वित्त वर्ष 2025 में अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक स्तर पर जियोपॉलिटिल टेंशन के चलते स्टॉक मार्केट में काफी उठा-पटक रही। इस वित्त वर्ष 2026 में भी इनका दबाव बना हुआ है। हालांकि घरेलू ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज का मानना है कि वित्त वर्ष 2026 में स्थिति थोड़ी बेहतर है और वित्त वर्ष 2027 में इसके अधिक बेहतर होने की उम्मीद है। सम्वत् के आधार पर बात करें जोकि पारंपरिक तरीका है मतलब कि दिवाली को होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग से नए सम्वत् की शुरुआत होती है और इस हिसाब से अगले सम्वत् 2082 की शुरुआत आज से हो रही है और इसे लेकर ब्रोकरेज फर्म काफी पॉजिटिव है। इसे लेकर ब्रोकरेज फर्म ने आठ स्टॉक्स चुने हैं। यहां इनकी डिटेल्स दी जा रही है।

ब्रोकरेज फर्म के दांव, टारगेट प्राइस के साथ

स्टॉक  खरीदारी के लिए सभी भाव  टारगेट प्राइस
Associated Alcohols & Breweries ₹1,008-1,035 ₹1,182
Bharti Airtel ₹1,935-₹1,985 ₹2,244
Happy Forgings ₹910-₹944 ₹1,083
IDFC First Bank ₹73-₹75 ₹88.5
JSW Energy ₹538-₹555 ₹639
Larsen & Toubro ₹3,760-₹3,818 ₹4,243
MSTC ₹525-₹548 ₹673
Northern ARC Capital ₹265-₹277 ₹333.5

मार्केट का कैसा है हाल?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज का कहना है कि बाहरी चुनौतियों के बावजूद भारत की विकास गति मजबूत बनी हुई है। वित्त वर्ष 2026 पिछले वित्त वर्ष 2025 से बेहतर होने वाला है और वित्त वर्ष 2027 और भी बेहतर। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि भारत पर अमेरिका ने जो 50% टैरिफ लगाया है. उसका पूरा असर अभी तो दिखना बाकी है लेकिन टैक्स और ब्याज दरों में कटौती के जरिए इससे निपटने की पूरी कोशिश की जा रही है ताकि दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में खपत को बढ़ावा दिया जा सके। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि कुछ हद तक यह काम भी कर रहा है और मौजूदा फेस्टिव सीजन में इसकी झलक दिखी भी। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि इनके अलावा बाजार की नजर भारत और अमेरिका के बीच होने वाले कारोबारी सौदे और कंपनियों के कारोबारी नतीजे पर रहेगी।

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