कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आज अपने डिप्टी के बयान “Word power is world power” का जवाब देते हुए, मौजूदा विवाद को और हवा दे दी। सिद्धारमैया ने लिखा, “शब्द तभी ताकत बनता है, जब वह लोगों की जिंदगी बेहतर करे।” उन्होंने आगे कहा, “कर्नाटक के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वह सिर्फ एक पल के लिए नहीं, बल्कि पूरे 5 साल की जिम्मेदारी है। कांग्रेस पार्टी और मैं भी लोगों के लिए दया, ईमानदारी और हिम्मत के साथ काम कर रहे हैं। हमारा वादा कोई नारा नहीं है, यह हमारे लिए बहुत मायने रखता है।”
