Multibagger Stocks: मल्टीनेशनल क्लाउड कम्यूनिकेशंस कंपनी टानला प्लेटफॉर्म्स (Tanla Platforms) के शेयर इस साल करीब 6 फीसदी टूट चुके हैं। हालांकि लॉन्ग टर्म में इसने महज 10 साल में ही 48 हजार रुपये से कम के निवेश पर ही करोड़पति बना दिया है। वहीं पिछले साल तीन महीने के थोड़े ही समय में इसने निवेश ढाई गुना से अधिक बढ़ा दिया था। ब्रोकरेज का इस शेयर पर अब भी भरोसा है और इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है। यह निवेशकों को हर शेयर पर 6 रुपये का डिविडेंड बांटने जा रही है यानी कि अभी निवेश कर एक्स्ट्रा मुनाफा भी हासिल किया जा सकता है। इस डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 5 फरवरी 2024 फिक्स किया गया है। शेयरों की बात करें तो अभी BSE पर यह 1037.35 रुपये (Tanla Platforms Share Price) पर है।
10 साल में ही ₹48 हजार बन गए ₹1 करोड़
टानला प्लेटफॉर्म्स के शेयर 31 जनवरी 2014 को महज 4.92 रुपये में मिल रहे थे। अब यह 1037.35 रुपये पर है यानी कि 10 साल में निवेशक 48 हजार रुपये से कम के निवेश पर ही करोड़पति बन गए। अब एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 27 मार्च 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 506.10 रुपये पर था। इसके बाद तीन ही महीने में यह 160 फीसदी से अधिक उछलकर 24 जुलाई 2023 को एक साल के हाई 1317.70 रुपये पर पहुंच गया। हालांकि शेयरों की यह तेजी कायम नहीं रह सकी और इस हाई से फिलहाल यह 21 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है।
Tanla Platforms में अब क्या है रुझान
दिसंबर 2023 तिमाही में एंटरप्राइज और प्लेटफॉर्म सेगमेंट्स में सुस्त ग्रोथ का असर कंपनी के रेवेन्यू पर पड़ा। एंटरप्राइज रेवेन्यू पर इंटरनेशनल लॉन्ग डिस्टेंस (ILD) वॉल्यूम में गिरावट का असर पड़ा और प्लेटफॉर्म रेवेन्यू पर VI नेटवर्क रेवेन्यू में गिरावट के चलते दबाव पड़ा। ILD की कीमतों में तेज उछाल ने इसके वॉल्यूम पर असर डाला क्योंकि एंटरप्राइजेज अब वाट्सऐप जैसे विकल्प पर भी गौर कर रहे हैं।
वहीं नेशनल लॉन्ग डिस्टेंस (NLD) की कीमतों में उछाल अब एब्जॉर्ब हो चुकी है और प्रमोशनल ट्रैफिक बढ़ रहा है। रेवेन्यू में इसकी आधी हिस्सेदारी है और इसका वॉल्यूम ट्रांजैक्शनल ट्रैफिक और ओटीपी में लगातार उछाल से इसमें करीब 15 फीसदी की ग्रोथ हो सकती है। वहीं प्लेटफॉर्म सेगमेंट की ग्रोथ को वाइजली (Wisely) और ट्रूब्लोक (Trubloq) से सपोर्ट मिलेगा। टानला ने अपना पहला वाइजली एटीपी (एंटी-फिशिंग प्रोडक्ट) डील एक बड़े प्राइवेट बैंक के साथ कर लिया है। इस डील से वाइजली नेटवर्क डील के खत्म होने का झटका खत्म हो जाएगा।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म HDFC सिक्योरिटीज ने ILD में सुस्ती के चलते वित्त वर्ष 2026 के लिए इसके रेवेन्यू के अनुमान में 8 फीसदी और EPS के अनुमान में 9 फीसदी की कटौती की है। ILD की हिस्सेदारी रेवेन्यू में करीब 25 फीसदी है। इन सब बातों को देखते हुए ब्रोकरेज ने इसकी 1350 रुपये के टारगेट प्राइस पर खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है। यह टारगेट वित्त वर्ष 2026 के अनुमानित ईपीएस से करीब 23 गुना भाव पर है।
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