ब्रोकरेज फर्म ग्रो (Groww) के एक यूजर का दावा है कि उसके खाते से पैसे कट गए लेकिन कहीं निवेश नहीं हुआ। यूजर के दावे पर ग्रो ने तुरंत एक्शन लिया और स्पष्टीकरण जारी किया और उसके पैसे लौटा दिए। हालांकि ग्रो ने यूजर से बैंक खाते का स्टेटमेंट भी दिखाने को कहा है। यह मामला ग्रो के एक यूजर हनेंद्र प्रताप सिंह से जुड़ा है जिन्होंने X (पूर्व नाम Twitter) पर यह दावा किया है। यूजर का तो यह भी दावा है कि ग्रो ने सिर्फ पैसे ही नहीं काटे बल्कि गलत फोलियो नंबर भी बना दिया जो अस्तित्व में ही नहीं है।
हनेंद्र प्रताप सिंह का आरोप है कि उन्होंने म्यूचुअल फंड स्कीम में पैसे लगाए थे। ग्रो ऐप ने पैसे काट लिए और फोलियो नंबर भी जेनेरेट कर दिया लेकिन ये पैसे निवेश नहीं हुए। हनेंद्र का कहना है कि जब उनकी बहन ने पैसे रिडीम यानी निकालने की कोशिश की तो पता चला कि पैसे निवेश ही नही हुए थे। हालांकि इसका स्क्रीन शॉट अब सोशल मीडिया पर से डिलीट हो चुके हैं लेकिन X पर कुछ यूजर्स ने इसे साझा किया है।
Groww का क्या है रिस्पांस
हनेंद्र के आरोपों वाली स्क्रीन शॉट से जुड़े एक ट्वीट पर ग्रो ने यह स्वीकार किया कि ग्राहक के डैशबोर्ड में गलती से एक फोलियो तो दिखा लेकिन कोई लेन-देन नहीं हुआ है और ग्राहक के खाते से कोई पैसा नहीं काटा गया। हालांकि ग्रो ने यह भी कहा कि 'गुड फेथ' को लेकर ग्राहक के खाते में पैसे डाल दिए हैं। इसके बाद ग्रो ने बैंक स्टेटमेंट दिखानो के कहा है कि जिसमें निवेश के समय पैसे कटा, यह दिख रहा हो।
ग्रो के इस रिस्पांस पर रोहन दास यानी जिनके ट्वीट पर ग्रो ने रिप्लाई किया है, उनका कहना है कि अगर हनेंद्र झूठ बोल रहे हैं तो उनके खिलाफ क्रिमिनल केस करिए और अगर ग्रो झूठ बोल रही है तो सेबी को उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि ग्रो के इसी जवाब के रिप्लाई में कुछ और यूजर्स ऐसी शिकायतें लेकर आए कि वे भी रिडीम नहीं होने के चलते परेशान हैं। इस प्रकार की दिक्कत जिस भी यूजर को आ रही है, अब वे स्क्रीन शॉट डाल रहे हैं।