Mutual funds (MF) ने अब तक केफिन टेक्वोलॉजीज (KFin Technologies),सुला वाइयार्ड्स (Sula Vineyards), एलिन इलेक्ट्रॉनिक्स (Elin Electronics) और लैंडमार्क कार्स ( Landmark Cars) में 850 करोड़ रुपए की खरीदारी की है। बता दें कि इन शेयरों की लिस्टिंग दिसंबर 2022 में हुई है।
प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक, केफिन टेक्नोलॉजीज म्युचुअल फंडों में सबसे लोकप्रिय स्टॉक रहा। म्युचुअल फंडों ने पिछले महीने 438 करोड़ रुपये में कपनी के कुल शेयर पूंजी के 7.59 फीसदी हिस्सेदारी की खरीदारी की। ये पिछले महीने शेयर बाजार में लिस्ट हुई नई कंपनियों में की गई उनकी खरीदारी का लगभग आधा था। एक्सिस म्यूचुअल फंड, मिराए एसेट, मोतीलाल ओसवाल, निप्पॉन इंडिया और एडलवाइस उन फंडों में शामिल थे जिन्होंने केफिन टेक्नोलॉजीज में हिस्सेदारी खरीदी थी।
केफिन टेक्नोलॉजीज की 29 दिसंबर को उम्मीद के मुताबिक ही सपाट लिस्टिंग हुई थी। Anand Rathi के नरेंद्र सोलंकी ने इसकी लिस्टिंग के दिन कह था कि प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और बढ़ते ग्राहक बेस को देखते हुए कंपनी में ग्रोथ के लिए व्यापक संभावनाएं दिख रही हैं।
म्यूचुअल फंडों के पसंद के नजरिए से देखें तो भारत की सबसे बड़ी वाइनमेकर सुला वाइनयार्ड (Sula Vineyards) दूसरे नंबर पर रही। म्यूचुअल फंडों ने 153 करोड़ रुपए में अब तक इस स्टॉक में 5.48 फीसदी शेयर पूंजी की खरीदारी की है। दिसंबर में इस स्टॉक में SBI Mutual Fund, Aditya Birla Sun Life और HDFC Mutual Fund ने खरीदारी की है।
एलिन इलेक्ट्रॉनिक्स (Elin Electronics) और लैंडमार्क कार्स में भी दिसंबर में MFs की तरफ से अच्छी खरीदारी देखने को मिली है। इस अवधि में एलिन इलेक्ट्रॉनिक्स में म्यूचु्लफंडों ने 142 करोड़ रुपए के निवेश से 12.55 फीसदी हिस्सेदारी की खऱीद की है। इस अवधि में इस स्टॉक में SBI, PGIM, Kotak Mahindra और Aditya Birla Sun Life की तरफ से खरीदारी हुई है।
इसी तरह लैंडमार्क कार्स (Landmark Cars) में दिसंबर में म्यूचुअल फंडों ने 120 रुपए का निवेश करके 6.49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। Nippon India, HDFC Mutual Fund और Edelweiss MFs इस स्टॉक के खरीदार रहे हैं।
दूसरे आंकड़ों पर नजर डालें तो दिसंबर में म्यूचुअल फंडों ने तीसरी तिमाही के नतीजों के पहले HDFC, Reliance Industries, Maruti Suzuki, Kotak Mahindra Bank और Hindustan Unilever जैसे लार्जकैप शेयरों में अपनी हिस्सेदारी सबसे ज्यादा बढ़ाई है। वहीं, Adani Enterprises, Axis Bank, HCL Technologies और ICICI Bank में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी घटाई है।