अब विदेशी ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रे़डेड फंड्स-ETF) में पैसे नहीं डाल सकेंगे क्योंकि बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने इस पर रोक लगा दिया है। सेबी ने म्यूचुअल फंड बॉडी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड ऑफ इंडिया (AMFI) से कहा है कि वह ऐसे फंड के लिए निवेश लेना बंद करे जिसका पैसा विदेशी ईटीएफ में लगाया जाता है। सेबी ने यह कदम विदेशी शेयरों में निवेश की 700 करोड़ डॉलर की लिमिट को म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के पूरा इस्तेमाल करने के दो साल के बाद उठाया है। यह लिमिट जनवरी 2022 में ही पूरी खत्म हो गई थी और इसके चलते सेबी ने फंड हाउसों को विदेशों में निवेश रोकने को कहा था।
ETF में निवेश की सीमा होने वाली है खत्म
विदेशी ईटीएफ में निवेश की सीमा 100 करोड़ डॉलर है और यह लिमिट अब खत्म होने की कगार पर है। वहीं विदेशी शेयरों में निवेश की सीमा पहले ही पूरी हो चुकी है। विदेशी बाजारों में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड की दो प्रकार की स्कीम होती है। इसमें से एक प्रकार के तहत म्यूचुअल फंड सीधे विदेशी शेयरों की खरीदारी करते। वहीं दूसरे प्रकार के तहत विदेशी ईटीएफ के यूनिट्स की खरीदारी होती है। हालांकि अब इन पर सेबी के निर्देशों के मुताबिक फंड हाउसों को रोक लगानी होगी।
Mutual Fund की 77 स्कीमों का पैसा लगता है विदेश में
इस समय देश में म्यूचुअल फंड की 77 स्कीमें हैं जिनका पैसा विदेशों में निवेश किया जाता है। इसमें निवेश के लिए सेबी ने 700 करोड़ डॉलर की अधिकतम लिमिट सेट की थी जो अब भी जारी है। हालांकि पिछले साल 2023 में सेबी ने फंड हाउसों को इस बात की छूट दी थी कि वे विदेशी शेयरों में पैसे डाल सकते हैं, अगर विदेशी बाजारों में गिरावट के चलते उनका एसेट अंडर मैनेजमेंट कम हुआ हो।