आज निवेश के लिहाज से म्यूचुअल फंड SIP की वही धाक है, जो कुछ दशक पहले बैंक आरडी या एफडी की थी। लंबी अवधि में SIP के रास्ते निवेश करने पर अच्छा फंड इकट्ठा हो जाता है। यह पैसा बच्चों की पढ़ाई से लेकर उनकी शादी-ब्याह में काफी हेल्पफुल होता है। लेकिन, सिप से निवेश करने में कुछ सावधानियां जरूरी है।
ज्यादातर इनवेस्टर्स सिप से हर महीने निवेश करना पसंद करते हैं। अगर आपका सिप भी मंथली है तो आपको यह याद रहना चाहिए कि महीने की किस तारीख को आपके बैंक अकाउंट (Bank Account) से पैसा सिप में जाता है। यह इसलिए कि तय तारीख को आपके अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस रहना चाहिए।
अगर आपके बैंक अकाउंट में तय तारीख को बैलेंस पर्याप्त नहीं रहता है तो आपका सिप पेमेंट मिस हो जाएगा। इसलिए इस तारीख को याद रखना जरूरी है। सिप का पेमेंट मिस कर जाने पर म्यूचुअल फंड हाउस (Mutual Fund House) की तरफ से कोई पेनाल्टी नहीं लगाई जाती है। फिर, अगले महीने की तय तारीख को आपका सिप पेमेंट आपके बैंक सेविंग्स अकाउंट से निकल जाएगा। चूंकि, सिप से अक्सर इनवेस्टर्स लंबी अवधि का निवेश करते हैं, इसलिए आम तौर पर उन्हें यह तारीख याद रहती है।
पेमेंट मिस करने पर भले ही म्यूचुअल फंड की तरफ से कोई पेनाल्टी नहीं लगाई जाती है, लेकिन आपका बैंक इसके लिए पेनाल्टी लगाता है। यह पेनाल्टी 250 से 500 रुपये तक हो सकती है। इसलिए आपको ऐसी स्थिति नहीं आने देनी चाहिए। एक से ज्यादा बार सिप पेमेंट मिस करने पर बैंक की पेनाल्टी के रूप में आपका काफी पैसा जा सकता है। इसका असर म्यूचुअल फंड स्कीम के रिटर्न पर पड़ेगा। आपका रिटर्न घट जाएगा।
अगर लगातार तीन बार आपका सिप पेमेंट मिस हो जाता है तो म्यूचुअल फंड कंपनी आपका सिप बंद कर देगी। हालांकि, स्कीम में लगा आपका पैसा सुरक्षित रहेगा। लेकिन, आप उस सिप को जारी नहीं रख पाएंगे। इसलिए अगर किसी वजह से आपको सिप का पेमेंट करने में दिक्कत आ रही है तो आप खुद इसे बंद करा सकते हैं। इसके लिए आपको म्यूचुअल हाउस को बताना होगा।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर्स को सिप के पेमेंट का ध्यान रखना चाहिए। इसकी वजह यह है कि सिप पेमेंट मिस करने का असर स्कीम के कुल रिटर्न पर पड़ता है। अगर किसी वजह से एक सिप मिस हो जाए तो कोई बात नहीं। लेकिन, ऐसा दोबारा नहीं होने देना चाहिए। म्यूचुअल फंड का सिप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह निवेशक को निवेश के मामले में अनुशासित बनाए रखता है।