अमेरिकी वॉल स्ट्रीट का मुख्य इंडेक्स सोमवार को खुलते ही 1 फीसदी से अधिक लुढ़क गया। निवेशकों को डर है कि मंदी की आशंका के बीच अमेरिका का केंद्रीय बैंक- फेडरल रिजर्व बैंक ब्याज दरों में आक्रामक बढ़ोतरी कर सकता है, जिसके चलते वे बाजार से पैसा खींच रहे हैं। ग्लोबल शेयर मार्केट के इन संकेतों को देखें तो भारतीय शेयर बाजार में आज यानी मंगलवार 23 जुलाई को एक बार फिर दबाव दिख सकता है।
खबर लिखे जाने के समय, डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Industrial Average) 1.5 फीसदी या 504 अंक गिरकर कारोबार कर रहा था। वहीं S&P 500 और नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स (Nasdaq) में क्रमश: 1.79% और 2.20% लुढ़ककर कारोबार कर रहे थे।
S&P 500 के 11 प्रमुख सेक्टर में से 10 में दिन के कारोबार के दौरान गिरावट दर्ज की गई। इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी और कम्यूनिकेशन सर्विसेज सेक्टर्स में 2-2 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी है। एपल (Apple) और टेस्ला (Tesla) जैसी हाई-ग्रोथ वाली टेक कंपनियों के शेयर क्रमश: 1.7% और 2.8% गिरकर कारोबार कर रहे थे।
इससे पहले नैस्डेक और S&P-500 में लगातार 4 हफ्ते तक रैली देखने को मिली, जो पिछले हफ्ते शुक्रवार को स्टॉक मार्केट में आई गिरावट के चलते थमी। बैंकिंग इंडेक्स सोमवार को 1.9 फीसदी लुढ़क गए थे और जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी और बैंक ऑफ अमेरिकी जैसे 1 फीसदी की अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
वॉल स्ट्रीट निवेशकों में डर का बताने वाला CBOE Volatility index (VIX) सोमवार को कारोबार के दौरान 23.26 अंक पर पहुंच गया, जो इसका पिछले 2 हफ्तों का सबसे ऊंचा स्तर है।
इस बीच अब सबकी निगाहें मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार पर टिकी हैं। भारतीय बाजार सोमवार 24 अगस्त को लगातार दूसरे कारोबारी दिन गिरावट के साथ बंद हुए थे। बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 872.28 अंक यानी 1.46 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,773.87 अंक पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी बैंक 688 अंक गिरकर 38298 पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 में से 43 शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। वहीं, सेंसेक्स के 30 में से 26 शेयरों में गिरावट रही। निफ्टी बैंक के सभी 12 शेयरों में गिरावट रही।