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GST Council के फैसले पर 28% टूटा यह शेयर, लेकिन Nazara में इस कारण तेज रिकवरी

जीएसटी काउंसिल ने ऑनलाइन गेमिंग पर 28 फीसदी का जीएसटी लगा दिया है। इसके चलते लिस्टेड गेमिंग कंपनियों के शेयर करीब 28 फीसदी तक टूट गए। हालांकि नजारा टेक (Nazara Tech) के शेयर जो इंट्रा-डे में 14 फीसदी से अधिक फिसल गए थे, अब महज 4 फीसदी कमजोर दिख रहे हैं। जानिए नजारा में क्यों रिकवरी हुई है और किस कंपनी ने 28% पूंजी आज डुबोई है

अपडेटेड Jul 12, 2023 पर 12:21 PM
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जीएसटी काउंसिल ने 50वीं बैठक में ऑनलाइन गेमिंग पर 28 फीसदी की दर से टैक्स लगाने का ऐलान किया। इसके चलते लिस्टेड गेमिंग कंपनियों के शेयर धम्म से नीचे आ गए। (Image- Pexels)
     
     
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    जीएसटी काउंसिल ने ऑनलाइन गेमिंग पर 28 फीसदी का जीएसटी लगा दिया है। इसे लेकर नजारा टेक (Nazara Tech) बेफिक्र दिख रही थी लेकिन उसकी बेफिक्री निवेशकों को पूरी तरह से आश्वस्त करने में नाकाम रही और आज इसके शेयर 14 फीसदी से अधिक टूट गए। हालांकि कारोबार आगे बढ़ने पर भाव में थोड़ी रिकवरी हुई लेकिन अभी भी इसमें तेज गिरावट है। इसके शेयर फिलहाल बीएसई पर 3.62 फीसदी की गिरावट के साथ 680.90 रुपये (Nazara Tech Share Price) पर ट्रेड हो रहे हैं। नजारा के अलावा एक और गेमिंग कंपनी डेल्टा कॉर्प की बात करें तो इसकी हालत और बुरी है। इसके शेयर धम्म से करीब 28 फीसदी टूटकर 178.20 रुपये पर आ गए। भाव में थोड़ी रिकवरी हुई लेकिन अभी भी यह बीएसई पर 22.71 फीसदी की गिरावट के साथ 190.75 रुपये (Delta Corp Share Price) पर है।

    Nazara के शेयरों में रिकवरी क्यों दिखी

    डेल्टा कॉर्प की तुलना में नजारा के शेयरों में इंट्रा-डे के निचले स्तर से तेज रिकवरी दिखी। इसकी वजह यह है कि ऑनलाइन गेमिंग पर 28 फीसदी की जीएसटी जो लगाए गई है, नजारा के मुताबिक उसके रेवेन्यू पर इसका असर बहुत कम पड़ेगा। नजारा टेक का कहना है कि यह नियम लागू होने के बाद सिर्फ इसके स्किल पर आधारित रियल मनी गेमिंग पर सेगमेंट पर 28 फीसदी का टैक्स लगेगा और इस सेगमेंट की उसके रेवेन्यू में करीब 5.2 फीसदी की हिस्सेदारी है।

    GST on Online Gaming: ऑनलाइन गेमिंग पर 28% जीएसटी से रेवेन्यू पर कम असर, इस कारण Nazara Tech ने कहा ऐसा


    कितनी बड़ी है ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री और नए नियम से क्यों बढ़ी चिंता

    फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और अर्न्स्ट एंड यंग (EY) की ज्वाइंट रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों ने 13500 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया। अब अनुमान है कि इस साल 2023 में 16700 करोड़ रुपये और 2025 में 23100 करोड़ रुपये का कारोबार हो सकता है। हालांकि अब ऑनलाइन गेम पर 28 फीसदी की जीएसटी लगाए जाने को लेकर गेमिंग कंपनियां चिंता जता रही हैं। इसके तहत यूजर्स जो पैसे भरेंगे, उस पूरी वैल्यू पर 28 फीसदी का टैक्स लगेगा। ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन (AIGF) के सीईओ रोलैंड लैंडर्स ने जीएसटी काउंसिल के इस फैसले को असंवैधानिक, अटपटा और गड़बड़ कहा है।

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