PC Jeweller News: पीसी ज्वैलर (PC Jeweller) और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के बीच लोन के रीपेमेंट को लेकर बातचीत कुछ आगे बढ़ी है। यह खुलासा नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने 9 जनवरी को किया। एसबीआई की तरफ से कोर्ट में सीनियर काउंसल नागेश ने कहा कि बैंक का टॉप मैनेजमेंट पीसी ज्वैलर के सेटलमेंट ऑफर पर अभी विचार कर रहा है। ऐसे में बैंक और पीसी ज्वैलर, दोनों के वकीलों ने केस को स्थगित करने की मांग की। इसके बाद NCLT ने दोनों के बीच सेटलमेंट को लेकर चल रही बातचीत के नतीजे पर आगे विचार करने के लिए इस मामले की सुनवाई को 29 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया है। इसका आज पीसी ज्वैलर के शेयरों पर पॉजिटिव असर दिख रहा है और उतार-चढ़ाव भरे मार्केट में यह BSE पर 3.28 फीसदी की मजबूती के साथ 64.46 रुपये (PC Jeweller Share Price) पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 65.53 रुपये पर पहुंच गया था।
क्या है PC Jeweller का सेटलमेंट ऑफर
पिछले साल जून 2023 में एसबीआई ने पीसी ज्वैलर के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर की थी। एनसीएलटी ने याचिका में नोटिस जारी किया और पीसी ज्वैलर से जवाब मांगा। एसबीआई की याचिका के जवाब में पीसी ज्वैलर ने 19 वॉल्यूम की याचिका पर 26 वॉल्यूम का जवाब दाखिल किया। हालांकि भारी-भरकम याचिका और मामले की जटिलताओं को देखते हुए अभी दिवालएपन को लेकर सुनवाई नहीं शुरू हुई। पिछले साल नवंबर में एसबीआई ने पेमेंट में डिफॉल्ट को लेकर पीसी ज्वैलर की दिल्ली में स्थित दो अहम प्रॉपर्टीज पर कब्जा कर लिया था।
अब इस मामले में सामने आया है कि दोनों पक्ष, पीसी ज्वैलर (PCJ) और एसबीआई ने पिछले महीने 12 दिसंबर को एक साथ मिलकर NCLT को बताया कि समझौता वार्ता चल रही है और ऐसे में दोनों ने सुनवाई टालने की मांग की। ज्वैलरी कंपनी PCJ ने अग्रिम भुगतान के साथ तीन साल की अवधि में अपने बकाया का एक बड़ा हिस्सा भुगतान करने की पेशकश की है। पीसी ज्वैलर पर एसबीआई का 3,000 करोड़ करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है।
पीसी ज्वैलर की दिक्कतें पिछले साल फरवरी 2023 में तब शुरू हुईं, जब एक खुलासे पर बैंकों ने उससे कर्ज वापस लेने यानी लोन रिकॉल का फैसला किया था। ज्वैलरी कंपनी ने खुलासा किया था कि यह बैंकों और वित्तीय संस्थानों से 3,466 करोड़ रुपये के कर्ज को चुकाने से चूक गई थी यानी डिफॉल्ट कर गई थी। लोन रिकॉल एक ऐसी प्रक्रिया है जहां जिसमें लेंडर्स लेनदारों को दी गई अग्रिम राशि वापस करने को कहता है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 की अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा था कि इसमें एसबीआई, इंडियन बैंक, यूनियन बैंक और पीएनबी समेत 14 बैंकों से कर्ज लिया था। सालाना रिपोर्ट के मुताबिक इस पर ब्याज और बेस अमाउंट समेत बैंकों का 3278 करोड़ रुपये का कर्ज था। सबसे अधिक लोन एसबीआई ने दिया था और इसका आउटस्टैंडिंग लोन 1060 करोड़ रुपये का था। इसके बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 530 करोड़ रुपये, पीएनबी का 478 करोड़ रुपये और इंडियन बैंक का 226 करोड़ रुपये बकाया है।