PN Gadgil Jewellers IPO Listing: ज्वैलरी कंपनी पीएन गाडगिल ज्वैलर्स के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 59 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 480 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 834 रुपये और NSE पर 785.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 73 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन (PN Gadgil Jewellers Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर BSE पर यह 782.00 रुपये (PN Gadgil Jewellers Share Price) पर आ गया। दिन के आखिरी में यह 792.80 रुपये पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 65.17% मुनाफे में हैं।
PN Gadgil Jewellers IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
पीएन गाडगिल ज्वैलर्स का ₹1,100.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 10-12 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 59.41 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 136.85 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 56.08 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 16.58 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 850.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 52,08,333 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी महाराष्ट्र में 12 नए स्टोर खोलने, कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
PN Gadgil Jewellers के बारे में
वर्ष 2013 में बनी पीएन गाडगिल ज्वैलर्स गोल्ड, सिल्वर, प्लेटिनम और डायमंड ज्वैलरी की पीएनजी ब्रांड नाम से कई प्राइस रेंज और डिजाइन में बेचती है। दिसंबर 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके 33 स्टोर्स हैं जिसमें से 32 स्टोर तो महाराष्ट्र और गोवा के 18 शहरों में हैं और एक स्टोर अमेरिका में है। इसमें से 23 स्टोर तो कंपनी के हैं और 10 स्टोर फ्रेंचाइजी के तहत हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 69.52 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 93.7 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 154.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 53 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 6,119.1 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।