Popular Vehicles & Services IPO Listing: नई-पुरानी गाड़ियों के बिक्री से लेकर इनकी फाइनेंसिंग और इंश्योरेंस से जुड़ी सर्विसेज मुहैया कराने वाली पॉपुलर वीइकल्स एंड सर्विसेज (Popular Vehicles & Services) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फीकी एंट्री हुई। हालांकि इसका आईपीओ को खास रिस्पांस नहीं मिला था और महज 1 गुना से अधिक भरा था। आईपीओ के तहत 295 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 292.00 रुपये और NSE पर 289.20 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि करीब दो फीसदी का घाटा हो गया। लिस्टिंग के बाद शेयर और फिसल गए। दिन के आखिरी में BSE पर यह 276.25 रुपये (Popular Vehicles & Services Share Price) पर आकर बंद हुआ यानी कि पहले आईपीओ निवेशक करीब 6 फीसदी घाटे में हैं। हालांकि एंप्लॉयीज अभी मुनाफे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर 28 रुपये के डिस्काउंट पर मिला है।
Popular Vehicles & Services IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
पॉपुलर वीइकल्स एंड सर्विसेज का ₹601.55 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12-14 मार्च तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का फीका रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी का हिस्सा पूरा नहीं भर पाया था। ओवरऑल यह 1.25 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.92 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.67 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.07 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 8.04 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 250 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,19,17,075 शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपना और अपनी सब्सिडियरीज का कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
वर्ष 1983 में बनी पॉपुलर वीइकल्स एंड सर्विसेज देश में ऑटोमोबाइल डीलरशिप्स के कारोबार में है। यह नई-पुरानी गाड़ियों की बिक्री, स्पेयर पार्ट्स के डिस्ट्रीब्यूशन, ड्राइविंग स्कूल्स, इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स की बिक्री और थर्ड पार्टी फाइनेंशियल जैसी सर्विसेज मुहैया कराती है। केरल के 14 जिले, कन्टाक के 8, तमिलनाडु के 12 और महाराष्ट्र के सात जिले में इसके 59 शोरूम, 126 सेल्स आउटलेट्स और बुकिंग ऑफिसेज, 31 पुरानी गाड़ियों के शोरूम और आउटलेट्स, 134 ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर्स, 40 रिटेल आउटलेट्स और 24 वेयरहाइसेज हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2021 में इसे 32.46 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में हल्का सा उछलकर 33.67 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 64.07 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 29 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 4,892.63 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2023 में इसे 40.04 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 2,848.21 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।