Royal Sense IPO Listing: सरकारी संस्थानों और प्राइवेट अस्पतालों समेत कई राज्यों के हेल्थ विभाग को प्रोडक्ट्स सप्लाई करने वाली रॉयल सेंस (Royal Sense) के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर जबरदस्त एंट्री हुई। हालांकि ढहते मार्केट में इसके शेयर लोअर सर्किट पर आ गए। इसके आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 8 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत 68 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 129.20 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Royal Sense Listing Gain) मिला। हालांकि लिस्टिंग के बाद शेयर फिसल गए। टूटकर यह 122.74 रुपये (Royal Sense Share Price) के लोअर सर्किट पर आग गया और इसी पर बंद भी हुआ है यानी कि पहले दिन आईपीओ निवेशक 80.50 फीसदी मुनाफे में हैं।
Royal Sense IPO को मिला था ऐसा रिस्पांस
रॉयल सेंस का ₹9.86 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12-14 मार्च तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 8.52 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा 7.32 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 14.50 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में होगा।
वर्ष 2023 में बनी रॉयल सेंस मेडिकल इक्विपमेंट, सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स, सर्जिकल कंज्यूमेबल्स, लैबोरेटरी इक्विपमेंट, लैबोरेटरी रीजेंट्स, मेडिकल डिस्पोजेबल्स और डायग्नोस्टिक किट्स के कारोबार में है। इसके प्रोडक्ट्स की सप्लाई यूपी, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू एंड कश्मीर समेत कई राज्यों के मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ डिपार्टमेंट को होती है। इसके अलावा यह सरकारी संस्थानों और प्राइवेट हॉस्पिटल्स को भी अपने प्रोडक्ट्स भेजती है। जून 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके 8 एंप्लॉयीज हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2023 में इसे 70.28 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा और 8.04 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।