Front Running Case: क्वांट म्यूचुअल फंड (Quant Mutual Fund) सुर्खियों में है। वजह है, फ्रंट रनिंग के मामले में मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की ओर से क्वांट म्यूचुअल फंड के मुंबई और हैदराबाद स्थित ठिकानों पर छापेमारी किया जाना। फ्रंट रनिंग का मतलब ऐसी अवैध गतिविधि से है, जहां फंड मैनेजर/डीलर/ब्रोकर को आने वाले बड़े ट्रेड के बारे में पहले से पता होता है और इस आधार पर वे पहले ऑर्डर करते हैं और मुनाफा कमाते हैं।
क्वांट म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो पर नजर डालने पर पता चलता है कि मार्च 2024 तक के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार, 14 शेयर ऐसे हैं जिनमें निवेश करने वाला यह एकमात्र म्यूचुअल फंड है। अन्य सभी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) ने इन शेयरों से दूर रहने का फैसला किया है। सेबी के एक्शन की खबर के बाद क्वांट म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी वाले शेयर भी सुर्खियों में हैं। क्वांट म्यूचुअल फंड का स्वामित्व संदीप टंडन के पास है। फंड का AUM (Assets under Management) करीब 90,000 करोड़ रुपये है।
कौन सी हैं ये 14 कंपनियां
जिन 14 कंपनियों में क्वांट म्यूचुअल फंड निवेश रखने वाला एकमात्र फंड हाउस है, वे कंपनियां- सेंचुरी एनका, जश इंजीनियरिंग, विष्णु प्रकाश आर पुंगलिया, रॉसेल इंडिया, लांसर कंटेनर लाइंस, एचपी एडहेसिव्स, प्राइम सिक्योरिटीज, बेस्ट एग्रोलाइफ, ह्यूबैक कलरेंट्स इंडिया, प्राइमो केमिकल्स, सास्केन टेक्नोलोजिज, NACL इंडस्ट्रीज, आशापुरा माइनकेम और नाहर स्पिनिंग मिल्स हैं।
इनमें से किस शेयर में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी
क्वांट म्यूचुअल फंड का इन 14 कंपनियों में से सबसे बड़ा निवेश सेंचुरी एनका में है, जिसमें इसके 17.20 लाख शेयर हैं। इनकी कीमत 103.66 करोड़ रुपये है। ये शेयर क्वांट एक्टिव फंड ग्रोथ स्कीम के तहत होल्ड किए गए हैं। कंपनी का योगदान इस स्कीम के कुल AUM में 1 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है और जो मूल्य में 10,204.04 करोड़ रुपये होता है। क्वांट एक्टिव फंड, रॉसेल इंडिया और लांसर कंटेनर लाइंस में भी एकमात्र म्यूचुअल फंड शेयरहोल्डर है। रॉसेल इंडिया में, इस स्कीम के पास 40.61 करोड़ रुपये मूल्य के 9.13 लाख शेयर हैं, जबकि लांसर कंटेनर लाइंस में 33.86 करोड़ रुपये मूल्य के 57.80 लाख शेयर हैं।
क्वांट म्यूचुअल फंड की आशापुरा माइनकेम में हिस्सेदारी क्वांट कमोडिटीज फंड रेगुलर प्लान-ग्रोथ के तहत है। इस स्कीम के पास कंपनी के 7.49 करोड़ रुपये मूल्य के 2.12 लाख शेयर हैं, जो इसके एयूएम का 2.03 प्रतिशत है। NACL इंडस्ट्रीज में हिस्सेदारी क्वांट ELSS टैक्स सेवर फंड ग्रोथ के जरिए है। इस स्कीम के पास 13 करोड़ रुपये मूल्य के 19.10 लाख शेयर हैं, जो इसके एयूएम का 0.13 प्रतिशत है।
बाकी कंपनियों में किन स्कीम्स के जरिए है स्टेक
फंड हाउस के क्वांट मैन्युफैक्चरिंग फंड रेगुलर प्लान-ग्रोथ के पास ह्यूबैक कलरेंट्स इंडिया और नाहर स्पिनिंग मिल्स के शेयर हैं। ह्यूबैक कलरेंट्स इंडिया में इसके पास 20.44 करोड़ रुपये मूल्य के 5.18 लाख शेयर हैं, जो एयूएम का 2.6 प्रतिशत है। नाहर स्पिनिंग मिल्स में इसके पास 5.3 लाख शेयर हैं।
दिलचस्प यह है कि इन 14 कंपनियों में से 6 कंपनियां ऐसी हैं, जिनमें क्वांट म्यूचुअल फंड की क्वांट स्मॉलकैप फंड ग्रोथ स्कीम, एकमात्र निवेशक है। ये 6 कंपनियां हैं- जश इंजीनियरिंग, विष्णु प्रकाश आर पुंगलिया, एचपी एडहेसिव्स, प्राइम सिक्योरिटीज, बेस्ट एग्रोलाइफ और प्राइमो केमिकल्स। इन कंपनियों में स्कीम की शेयरहोल्डिंग 17 करोड़ रुपये से लेकर 90 करोड़ रुपये के बीच है, जो एयूएम का 0.13 प्रतिशत से लेकर 0.4 प्रतिशत तक है।
क्वांट टेक फंड रेगुलर प्लान-ग्रोथ, सास्केन टेक्नोलोजिज में एकमात्र निवेशक है। इस स्कीम के पास कंपनी के 14.39 करोड़ रुपये मूल्य के 98,218 शेयर हैं, जो इसके एयूएम का 4.04 प्रतिशत है।