RBI Monetary Policy: निफ्टी (Nifty) के आठ शेयरों ने 8 फरवरी को फ्रेश 52-वीक हाई का लेवल हिट किया। हालांकि प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स एक रेंज के भीतर कारोबार करते हुए नजर आये। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (Reserve Bank of India Monetary Policy Committee) ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा। इसकी वजह ये 8 स्टॉक्स जोरदार उछाल के साथ फ्रेश हाई पर पहुंच गये। एसबीआई, हीरोमोटोकॉर्प, टीसीएस, सन फार्मा, बीपीसीएल, एचसीएल टेक्नोलॉजी, एसबीआई लाइफ और डॉ रेड्डीज के शेयरों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए 52 हफ्ते के नए शिखर बनाये।
पावरग्रिड शेयरों में आक्रामक लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला। इसमें OI में 13 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। सेंसेक्स में शीर्ष पर रहने वाले पावरग्रिड में 5 प्रतिशत से अधिक की तेजी नजर आई। इसके बाद एसबीआई (SBI), टीसीएस (TCS) और एचसीएल टेक (HCL Tech) में 1 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई।
ट्रेंट (Trent) के शेयरों में आक्रामक लॉन्ग बिल्ड-अप भी देखने को मिला। इसमें OI में 11 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। ल्यूपिन और हिंडाल्को में लॉन्ग बिल्ड-अप नजर आया। जबकि कमिंस और बैंक ऑफ बड़ौदा में शॉर्ट-कवरिंग देखने को मिली।
एक्सिस बैंक (Axis Bank) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank ) में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के कारण निजी बैंक कमजोरी के साथ कारोबार करते नजर आये। पीएसयू बैंकों ने बाजार में बेहतर प्रदर्शन किया और बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) और एसबीआई ने रैली में भाग लिया।
"एमपीसी का फैसला अपेक्षित ही रहा है। आरबीआई महंगाई को 4 प्रतिशत के अपने लक्ष्य के अनुरूप लाने पर फोकस करना जारी रखेगी। इस लक्ष्य को जून-अगस्त तिमाही तक प्राप्त करने की उम्मीद है। बैंकिंग सिस्टम में लिक्विडिटी की कमी कुछ और समय तक जारी रह सकती है। इसकी वजह ये है कि महंगाई को 4 प्रतिशत तक कम करने पर फोकस किया गया है।” ऐसा एयूएम कैपिटल के मुकेश कोचर ने कहा।
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स हरे निशान में कारोबार के साथ व्यापक बाजार बेहतर प्रदर्शन करता नजर आया। बीएसई ऑयल एंड गैस इंडेक्स, बीएसई पावर इंडेक्स, बीएसई मिडकैप इंडेक्स, बीएसई टेलीकॉम इंडेक्स और बीएसई सीपीएसई इंडेक्स 1.26 प्रतिशत तक की बढ़त के साथ कारोबार करते नजर आये। सुबह 10.47 बजे बीएसई सेंसेक्स 174 अंकों की गिरावट के साथ 72,000 के नीचे कारोबार कर रहा था।
जीआईसी, एनआईएसीएल, जस्टडायल, जिंदल सॉ, एल्गी इक्विपमेंट्स, क्रिसिल और केईसी बीएसई 500 के कुछ घटक हैं जो प्राइस वॉल्यूम ब्रेकआउट के साथ कारोबार करते हुए दिखाई दिये। यूपीएल और विनती ऑर्गेनिक्स का कारोबार 52 हफ्ते के निचले स्तर पर हुआ।
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