ऑलटाइम हाई से 40% गिरे ये 2 PSU स्टॉक्स, अब मॉर्गन स्टैनली ने दी 'Buy' रेटिंग, जानिए टारगेट प्राइस

REC, PFC Shares: ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने देश की दो बड़ी सरकारी पावर फाइनेंस कंपनियों को अपनी 'कंसेंसश बाय' लिस्ट में शामिल किया है। इनमें REC लिमिटेड और पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) शामिल हैं। ब्रोकरेज हाउस ने इन दोनों कंपनियों के शेयरों को'ओवरवेट' (Overweight) की रेटिंग दी है। मॉर्गन स्टैनली ने REC का टारगेट 485 रुपये और PFC का टारगेट 508 रुपये तय किया है

अपडेटेड Jul 10, 2025 पर 9:54 AM
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REC और PFC के शेयर पिछले 12 महीनों में 24-35% तक गिरे हैं

REC, PFC Shares: ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने देश की दो बड़ी सरकारी पावर फाइनेंस कंपनियों को अपनी 'कंसेंसश बाय' लिस्ट में शामिल किया है। इनमें REC लिमिटेड और पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) शामिल हैं। ब्रोकरेज हाउस ने इन दोनों कंपनियों के शेयरों को'ओवरवेट' (Overweight) की रेटिंग दी है। मॉर्गन स्टैनली ने REC का टारगेट 485 रुपये और PFC का टारगेट 508 रुपये तय किया है। यह इनके बुधवार के बंद भाव के मुकाबले क्रमशः 23% और 21% का संभावित रिटर्न दिखाता है।

ब्रोकरेज ने कहा कि 2023 और 2024 के दौरान इन दोनों शेयरों ने जबरदस्त रिटर्न दिया था, लेकिन उसके बाद पिछले नौ महीनों में इनमें गिरावट आई है। लेकिन अब ये स्टॉक्स रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो के लिहाज से बेहतर दिख रहे हैं और ये दोबारा निवेश के लिए आकर्षक बन गए हैं।

पिछले एक साल में प्रदर्शन

इस साल अब तक जहां कई NBFC स्टॉक्स में तेजी देखी गई है, वहीं REC और PFC के शेयर पिछले 12 महीनों में 24-35% तक गिरे हैं। जबकि इस दौरान सेंसेक्स 4.7% ऊपर गया है।


ब्रोकरेज का अनुमान

मॉर्गन स्टैनली का अनुमान है कि आने वाले सालों में दोनों कंपनियों की लोन ग्रोथ 10-13% के बीच बनी रहेगी। साथ ही ये अपने रिटर्न ऑन इक्विटी 16 से 19 फीसदी के बीच बनाए रखेंगी और और डिविडेंड यील्ड 3.8-4.5% पर स्थिर रह सकती है। ब्रोकरेज का यह भी मानना है कि इन दोनों कंपनियों की एसेट क्वालिटी साइकिल मजबूत बनी हुई है, नए NPA (फंसे कर्ज) कम हैं, और पुराने खराब कर्ज की वसूली से भी फायदा हो सकता है।

वैल्यूएशन और आकर्षण

ब्रोकरेज के मुताबिक, FY27 के अनुमानित जीरो-ग्रोथ P/E पर ये स्टॉक्स सिर्फ 5-6 गुना पर ट्रेड कर रहे हैं, जो उन्हें सस्ते वैल्यूएशन पर खड़ा करता है और निकट भविष्य में बेहतर रिटर्न की संभावना जताता है। खासकर ऐसे समय में, जब कई रिटेल NBFCs में ग्रोथ और एसेट क्वालिटी पर दबाव देखा जा रहा है।

क्या है आगामी ट्रिगर?

ब्रोकरेज के अनुसार, आने वाले तिमाहियों में ये कंपनियां अपने समकक्ष NBFCs की तुलना में बेहतर वित्तीय प्रदर्शन करेंगी। उसे उम्मीद है कि दोनों कंपनियां एसेट क्वालिटी के मामले में बेहतर प्रदर्शन करेंगी और रिटेल-केंद्रित एनबीएफसी के साथ लोन ग्रोथ के अंतर को धीरे-धीरे कम करेंगी। सके अलावा, PSU शेयरों में निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी भी इनके लिए सहायक हो सकती है।

जोखिम के कारक

हालांकि Morgan Stanley ने कुछ जोखिमों की भी ओर इशारा किया है। इनमें मुख्य जोखिम लोन ग्रोथ में सुस्ती और बैंकों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा है। लेकिन उसने कहा कि एसेट क्वालिटी में गिरावट की संभावना कम है।

2025 में अब तक का प्रदर्शन

साल 2025 की शुरुआत से अब तक REC के शेयर 23% और PFC के 7% तक नीचे आ चुके हैं, और ये अभी भी अपने ऑल टाइम हाई के स्तर से क्रमशः 40% और 28% नीचे ट्रेड कर रहे हैं।

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