Reliance Industries Shares: रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आज 28 अक्टबूर को 1.5% से अधिक की तेजी देखी गई। यह तेजी ऐसे दिन आई है जब कंपनी का शेयर एक्स-बोनस ट्रेड कर रहा है। यह रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 8 अक्टूबर के बाद किसी एक दिन में आई सबसे बड़ी उछाल है। कंपनी ने अपनी सालाना आम बैठक से पहले 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का ऐलान किया था। इसका मतलब है कि जिन निवेशकों के पास रिलायंस के शेयर पहले से हैं, उन्हें हर एक मौजूदा शेयर के बदले कंपनी की ओर से एक शेयर बोनस में यानी फ्री में दिया गया। इससे बाजार में रिलायंस के शेयरों की संख्या बढ़ गई और इसका भाव भी आधा हो गया।
मार्केट कैप के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी कंपनी है। इसके चलते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्सों में इसका वेटेज काफी ज्यादा है। रिलायंस में तेजी से इन दोनों इंडेक्सों को भी आज लगातार 5-दिन की गिरावट के बाद हरे निशान में आने में मदद मिली है।
27 सितंबर से 27 अक्टूबर तक, पिछले एक महीने में BSE में सूचीबद्ध कंपनियों की मार्केट कैपिटल में करीब ₹41 लाख करोड़ की भारी गिरावट आई। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज का भी योगदान था। रिलायंस के शेयरों में इस अवधि के दौरान 13% की गिरावट देखी गई, जिससे इसका मार्केट कैप ₹2.77 लाख करोड़ कम हुआ।
हालांकि, आज की तेजी के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर Nifty 50 इंडेक्स में लगभग 20 अंकों की बढ़त का प्रमुख कारण रहा। बीते पांच दिनों की गिरावट के बाद Nifty को इस उछाल से सपोर्ट मिला है।
टेक्निकल इंडिकेटर्स और एनालिस्ट्स की राय
टेक्निकल नजरिए से देखें तो, शुक्रवार के बंद भाव पर रिलायंस के शेयर का RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) 29.5 पर था, जो इसे 'ओवरसोल्ड' जोन में दिखाता है। RSI के 30 से नीचे का स्तर बताता है कि शेयर ओवरसोल्ड जोन में है और इसमें संभावित रिकवरी की गुंजाइश हो सकती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टॉक को कवर करने वाले 38 एनालिस्ट्स में से 30 ने रिलायंस के शेयर को ‘Buy’ रेटिंग दी है, जबकि 5 ने इसे ‘होल्ड’ और तीन ने ‘सेल’ रेटिंग दी है। फिलहाल, रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1.7% की बढ़त के साथ 1,349 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, जो इसके अपने उच्चतम स्तर से लगभग 18% नीचे है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 समूह का एक हिस्सा है। नेटवर्क18 को इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।