RIL AGM : रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने 28 अगस्त को कंपनी की सालाना एजीएम में बोलते हुए कहा कि कंपनी को रिलायंस रिटेल में निवेश के लिए तमाम रणनीतिक निवेशकों से भारी दिलचस्पी देखने को मिल रही है। अंबानी ने कहा कि कई जाने-माने ग्लोबल रणनीतिक और फाइनेंशियल निवेशकों ने रिलायंस रिटेल में निवेश के लिए गहरी रुचि दिखाई है। अगर इस मुद्दे पर कोई प्रगति होती है तो उचित समय पर जानकारी दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में रिलायंस रिटेल ने अपनी मजबूत बुनियाद और आकर्षक वैल्यूएशन के चलते कई बड़े और जाने-माने निवेश फर्मों और सॉवरेन वेल्थ फंडों से निवेश हासिल किया है।
कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने पिछले हफ्ते रिलायंस रिटेल में किया था निवेश
बताते चलें कि कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने पिछले हफ्ते रिलायंस रिटेल में 1 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी के लिए 1 बिलियन डॉलर का निवेश करार किया है। कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी रिलायंस रिटेल का नवीनतम निवेशक है। इस निवेश के लिए रिलायंस रिटेल का प्री-मनी इक्विटी वैल्यू 8.28 लाख करोड़ रुपये किया गया है।
रिलायंस रिटेल ने 2020 में अपने पिछले फंड रेजिंग दौर में कई ग्लोबल निवेशकों से 47625 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस समय निवेशकों की सूचि में जनरल अटलांटिक, केकेआर एंड कंपनी के साथ सऊदी अरब, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात के सॉवरेन वेल्थ फंड और सिल्वर लेक पार्टनर्स के नाम शामिल थे।
पिछले तीन सालों में रिलायंस रिटेल का वैल्यूएशन लगभग दो गुना हुआ
मुकेश अंबानी ने आज की एजीएम में आगे कहा कि रिलायंस रिटेल के लिए 2020 में हुए फंड रेजिंग के समय रिलायंस रिटेल का वैल्यूएशन 4.28 लाख करोड़ रुपए किया गया था। पिछले तीन सालों में इसका वैल्यूएशन लगभग दोगुना हो गया है। इस वैल्यूएशन के आधार पर, अगर रिलायंस रिटेल लिस्ट होती है तो ये भारत की टॉप 4 लिस्टेड कंपनियों में और ग्लोबल स्तर पर टॉप 10 रिटेल कंपनियों में शामिल हो जाएगी।
हमें यह ध्यान में रखना चाहिए कि रिलायंस रिटेस ने अपने कारोबार का तेजी से विस्तार किया है। कंपनी भारत की सबसे बड़ी रिटेलर कंपनी बन गई है। रिलायंस रिटेल दुनिया की टॉप 100 रिटेलर्स में एकमात्र भारतीय रिटेलर है।
(डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)