Rupee versus dollar : भारतीय रुपये ने मंगलवार, 19 जुलाई को अमेरिकी डॉलर की तुलना में पहली बार 80 का मनोवैज्ञानिक स्तर तोड़ दिया। वैश्विक आपूर्ति में कमी के चलते कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के साथ लगातार 8वें सेशन में भारतीय मुद्रा में कमजोरी देखने को मिल रही है।
सुबह 9.10 बजे रुपया पिछले सेशन की तुलना में 0.03 फीसदी कमजोर होकर डॉलर के मुकाबले 80.01 पर कारोबार कर रहा है। रुपया 79.99 पर खुला और कुछ ही देर में 80.02 के नए निचले स्तर पर पहुंच गया।
कच्चे तेल की कीमतें 5 फीसदी मजबूत
इससे पहले, सऊदी अरब के कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी के वादे को पूरा करने में नाकाम रहने पर क्रूड ऑयल की कीमतों में 5 फीसदी की मजबूती दर्ज की गई। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की विजिट के दौरान किए गए वादे को पूरा करने में नाकाम रहने और कीस्टोन पाइपलाइन से अमेरिका को कैनेडियन ऑयल की कुछ आपूर्ति बाधित होने से कीमतों को मजबूती मिली है।
फेड मीटिंग पर है बाजार की नजर
फिलहाल, इनवेस्टर्स 26-27 जुलाई को होने वाली यूएस फेडरल रिजर्व की मीटिंग और उसके नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। बाजार की नजर इस बात पर रहेगी कि महंगाई को काबू में करने के लिए मॉनेटरी पॉलिसी कितनी सख्त रहती है। ब्लूमबर्ग इकोनॉमिक्स के मुताबिक, अमेरिका के हालिया डेटा से पॉलसिमेकर्स 75 बेसिस प्वाइंट्स की एक अन्य बढ़ोतरी को मजबूर हो गए हैं।
अगले एक पखवाड़े में बना रहेगा दबाव
बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक नोट में कहा, “बाहरी मोर्चों पर चिंताएं बढ़ने के साथ विपरीत वैश्विक परिदृश्य से आगे रुपये पर दबाव बढ़ने की आशंकाएं हैं। हमें रुपये पर निकट भविष्य में दबाव बने रहने और फेड के नीतिगत रुख और वैश्विक संकेतों के साथ अगले एक पखवाड़े में रुपये में 79.75-80.15 के बीच ट्रेडिंग होने का अनुमान है।”