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Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर, 8 पैसे टूटकर 83.27 पर हुआ बंद

Rupee Vs Dollar: फिलहाल डॉलर इंडेक्स 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 105.25 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि डॉलर इंडेक्स 105.31 पर है जबकि डे लो 105.20 पर है। वहीं डॉलर आज 105.30 पर खुला। जबकि शुक्रवार को डॉलर 105.27 के स्तर पर बंद हुआ था

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 18, 2023 पर 4:54 PM
Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर, 8 पैसे टूटकर 83.27 पर हुआ बंद
अमेरिकी बाजार में 10-साल के ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी देखने को मिली है। 10-साल का ट्रेजरी यील्ड 4.39% पर पहुंच चुकी

Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे कमजोर होकर 83.27 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि  18 सितंबर को डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत खुला था। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 10 पैसे मजबूत होकर 83.09 पर खुला। वहीं शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 83.19 के स्तर पर बंद हुआ। फिलहाल 10.18 बजे के आसपास रुपया 83.11 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। रुपये का डे हाई 83.14 पर कारोबार कर रहा था। जबकि डे लो 83.08 पर है।

अमेरिकी बाजार में 10-साल के ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी देखने को मिली है। 10-साल का ट्रेजरी यील्ड 4.39% पर पहुंच चुकी है। 2-साल का ट्रेजरी यील्ड 5.31% पर पहुंच चुका है। फिलहाल डॉलर इंडेक्स 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 105.25 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि डॉलर इंडेक्स 105.31 पर है जबकि डे लो 105.20 पर है। वहीं डॉलर आज 105.30 पर खुला। जबकि शुक्रवार को डॉलर 105.27 के स्तर पर बंद हुआ था।

बता दें कि ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव 94 डॉलर के पार नजर आया। पिछले हफ्ते कच्चे तेल का दाम 10-महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच चुका था। ओपेक+ देशों की ओर से सप्लाई घटाने की वजह से कच्चे तेल के दाम में ये तेजी देखने को मिली है। अब एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाली तिमाहियों में कच्चे तेल का दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के पार जा सकता है। हालांकि, ऐसा तभी होगा, जब हालिया राहत पैकेज के बाद दिसंबर 2023 में चीन की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटते दिखती ।

पिछले हफ्ते विदेशी संस्थागत निवेशक नेट बिकवाली वाले रहे हैं. FIIs की ओर से पिछले हफ्ते कुल 747 करोड़ रुपए की बिकवाली देखने को मिली है। सितंबर महीने में FIIs की ओर से कैश सेगमेंट में अब तक कुल 9,580 करोड़ रुपए की शेयर बिक्री देखने को मिली है। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों की ओर से इनफ्लो की वजह से इसका असर बाजार पर नहीं पड़ते हुए दिखाई दिया है। DIIs ने सितंबर महीने में अब तक कुल 10,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की खरीदारी की है।

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