ऐतिहासिक आंकड़ो पर नजर डालें तो अमेरिका की मंदी भारत के लिए शुभ साबित हुई है। Marcellus Investment Managers के सौरभ मुखर्जी आज ये बात CNBC-TV18 को दिए गए एक इंटरव्यू में कही है। इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका में आने वाली मंदी से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट होती है। जिससे भारत का भुगतान संतुलन सुधरता है। इसके साथ ही अमेरिकी मंदी से भारत में मुद्रा लागत घटती है। ऐसे में अगर आप पिछले 40 सालों के इतिहास पर नजर डालें तो भारत में हमें कभी भी अमेरिकी मंदी के बिना स्टॉक मार्केट में तेजी देखने को नहीं मिली है।
मध्यम और लंबी अवधि नजरिए से आईटी स्टॉक्स के आउटलुक पर बात करते हुए सौरभ मुखर्जी ने कहा कि TCS,Infosys और HCL Tech जैसी कंपनियां काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। इन कंपनियों के मजबूत नतीजों को देखते हुए लगता है कि आगे भी इनका शानदार प्रदर्शन जारी रहेगा। भारतीय आईटी कंपनियों को ग्लोबल कंपनियों से बड़े-बड़े ऑर्डर मिलते रहेंगे।
उन्होंने इस बातचीत के दौरान कहा कि ये बात नहीं समझ में आ रही है कि क्यों हर कोई आईटी कंपनियों में मंदी का नजरिया रखता है। सौरभ मुखर्जी का मानना है कि आईटी कंपनियों में मंदी कायम रहने का कोई तार्किक आधार नजर नहीं आता।
गौरतलब है कि आज भारतीय बाजारों ने बढ़त के साथ ओपनिंग की थी। दिन के आगे बढ़ने के साथ ही यह तेजी बढ़ती गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 685 अंक चढ़कर 57920 पर बंद हुआ है। वहीं निफ्टी में 171 अंक चढ़कर 17186 पर बंद हुआ है। भारतीय बाजारों की आज की तेजी में अच्छे ग्लोबल संकेतों और आईटी कंपनियों के मजबूत नतीजों का सबसे ज्यादा योगदान रहा है।
आज के कारोबार में सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। निफ्टी आईटी इंडेक्स में 1.6 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। TCS, Infosys और HCL Tech में जबरदस्त खरीदारी आई। ऐसे में सौरभ मुखर्जी का कहना है कि इस समय हाई क्वालिटी के आईटी स्टॉक्स में खरीदारी करनी चाहिए।
ऑटो सेक्टर पर बात करते हुए सौरभ मुखर्जी ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद 4 व्हीलर सेगमेंट में आई मांग में तेजी के चलते ऑटो सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिल रही है। इस बीच मांग में कमजोरी की वजह से टू-व्हीलर सेगमेंट दबाव में बना हुआ है।
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