SBI Stake Sale in Yes Bank: भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India), प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक (Yes Bank) में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच सकता है। इसके लिए ब्लॉक डील का विकल्प अपनाया जा सकता है। सीएनबीसी आवाज को सोर्सेज से मिली जानकारी के मुताबिक, एसबीआई ब्लॉक डील के जरिए यस बैंक के 5000-7000 करोड़ रुपये के शेयर बेच सकता है। इस बिक्री पर कोई टैक्स लागू नहीं होगा। दिसंबर 2023 तक यस बैंक में एसबीआई के पास 26.13%, एचडीएफसी लिमिटेड के पास 3% और ICICI बैंक के पास 2.61% हिस्सेदारी थी।
यस बैंक के शेयरों की बिक्री पर SBI के लिए कोई लॉक-इन नहीं होगा। उम्मीद है कि एसबीआई बोर्ड जल्द ही यस बैंक में शेयरों की बिक्री पर चर्चा करेगा। इस बिक्री से हासिल हुए पैसों का इस्तेमाल बैलेंस शीट की लिक्विडिटी को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
SBI समेत 8 बैंकों ने खरीदी थी Yes Bank में हिस्सेदारी
मार्च 2020 में RBI ने वित्तीय समस्याओं, बढ़ते बैड लोन्स और पूंजी जुटाने में चुनौतियों सहित कई कारणों के चलते यस बैंक के लिए SBI के पूर्व CFO प्रशांत कुमार को एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया था। साथ ही रिकंस्ट्रक्शन स्कीम के तहत एसबीआई के नेतृत्व में 8 बैंकों ने यस बैंक में हिस्सेदारी खरीदी। जुलाई 2022 में यस बैंक के बोर्ड ने रिकंस्ट्रक्शन स्कीम से बाहर निकलने का प्रस्ताव रखा।
Yes Bank में दिखी 9% तक की तेजी
8 फरवरी को बीएसई पर सुबह यस बैंक का शेयर बढ़त के साथ खुला और कुछ ही देर में पिछले बंद भाव से 9.7 प्रतिशत तक की मजबूती के साथ 52 सप्ताह के नए उच्च स्तर 32.74 को छू गया। हालांकि बाद में यह तेजी धीमी पड़ गई और कारोबार खत्म होने पर शेयर 0.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ 30.03 रुपये पर सेटल हुआ। यस बैंक शेयर के लिए अपर प्राइस बैंड 20 प्रतिशत की तेजी के साथ 35.79 रुपये है।
Yes Bank का Q3 में मुनाफा 349.7% बढ़ा
यस बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 231.6 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। बैंक का मुनाफा एक साल पहले 51.5 करोड़ रुपये रहा था। इस लिहाज से मुनाफे में सालाना आधार पर 349.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली। बैंक का ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) पिछले साल के स्तर 2.0 प्रतिशत पर ही रहा। शुद्ध NPA पिछले साल के 1.0 प्रतिशत की तुलना में 0.9 प्रतिशत रहा।
HDFC Bank बढ़ाएगा Yes Bank में हिस्सेदारी
केंद्रीय बैंक RBI ने 5 फरवरी को HDFC Bank को इस बात के लिए मंजूरी दे दी कि वह यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 9.50% कर सकता है। दिसंबर 2023 के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से अभी यस बैंक में इसकी 3% हिस्सेदारी है। HDFC Bank को अपनी होल्डिंग एक साल के भीतर बढ़ानी है और अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो इसे फिर से मंजूरी लेनी होगी।