सेबी ने निवेशकों को अनरजिस्टर्ड ऑनलाइन बॉन्ड प्लेटफॉर्म्स से सावधान किया है। दरअसल, न्यूजपेपर्स में बॉन्ड पर हाई रिटर्न की गारंटी देने वाले कुछ एडवर्टाइजमेंट आए थे। सोशल मीडिया पर इसकी काफी आलोचना हुई थी। इसके बाद सेबी ने निवेशकों को अनरजिस्टर्ड ऑनलाइन बॉन्ड्स प्लेटफॉर्म्स के इस्तेमाल से सावधान किया है।
सेबी ने 19 नवंबर को रिलीज इश्यू किया
रेगुलेटर का कहना है कि निवेशकों को बॉन्ड में निवेश की सर्विस ऑफर करने वाली उन कंपनियों से दूर रहना चाहिए, जिन्हें सेबी का एप्रूवल हासिल नहीं है। सेबी ने इस बारे में 19 नवंबर को एक रिलीज इश्यू किया। इसमें कहा गया है कि रेगुलेटर को पता चला है कि कई एंटिटी ऑनलाइन बॉन्ड प्लेटफॉर्म प्रोवाइडर्स (OBPPs) के रूप में काम कर रहे हैं। इनमें फिनटेक फर्म्स और स्टॉक ब्रोकर्स शामिल हैं। इन्होंने स्टॉक एक्सचेंजों में रजिस्ट्रेशन किया है। सेबी के 14 नवंबर, 2022 के सर्कुलर के मुताबिक, यह अनिवार्य है।
अनरजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म्स रेगुलेशन के तहत नहीं आते
सेबी ने कहा है कि इन अनरजिस्टर्ड प्लेटफार्म्स के ऑपरेशन रेगुलेशन के तहत नहीं आते हैं। ये प्लेटफॉर्म्स इनवेस्टर या ग्रिवांस रिड्रेसल मैकेनिज्म के दायरे से भी बाहर हैं। रेगुलेटर के मुताबिक, ऐसे प्लेटफॉर्म्स की गतिविधियां कंपनीज एक्ट, 2013 और सेबी एक्ट, 1992 के प्रावधानों का भी उल्लेख करती हैं। इस बारे में सेबी ने 18 नवंबर, 2024 को एक अंतरिम ऑर्डर इश्यू किया था। यह आदेश इस तरह की प्रैक्टिसेज में शामिल कुछ खास एनटिटी के लिए था।
ट्रांजेक्शन से पहले OBPP का रजिस्ट्रेशन चेक करें
सेबी ने निवेशकों से कहा है कि उन्हें ट्रांजेक्शन से पहले OBPP के रजिस्ट्रेशन स्टेटस के बारे में पता कर लेना चाहिए। उन्हें सिर्फ उन प्लेटफॉर्म्स पर भरोसा करना चाहिए जिन्हें सेबी का एप्रूवल हासिल है। किसी ओबीपीपी के रजिस्ट्रेशन डिटेल की जानकारी सेबी की वेबसाइट (www.sebi.gov.in/online-bond-platform-providers.html) पर मिल जाएगी। यह एनएसई की वेबसाइट (https://www.nseindia.com/trade/members-compliance) पर भी उपलब्ध है। इसे बीएसई की वेबसाइट (www.bseindia.com/downloads1/OBP_MEMBER_LIST.zip) पर भी चेक किया जा सकता है।
अभी 18 रजिस्टर्ड ओबीपीपी हैं
रेगुलेटर ने सभी मार्केट इंटरमीडियरीज को भी बॉन्ड ट्रेडिंग या डिस्ट्रिब्यूशन की सर्विस ऑफर करने से पहले सभी नियमों का पालन करने को कहा है। अभी 18 OBPP हैं, जो इनवेस्टर्स को कंपनियों के बॉन्ड ऑनलाइन खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं। कॉर्पोरेट बॉन्ड्स को ऑनलाइन खरीदने और बेचने की सुविधा से इनवेस्टर्स की दिलचस्पी ऐसे बॉन्ड्स में बढ़ी है।