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SEBI ने फिर बढ़ाई T+0 सेटलमेंट की डेडलाइन, जानिए क्या है इसकी वजह

SEBI ने वैकल्पिक T+0 सेटलमेंट लागू करने की डेडलाइन बढ़ा दी है। फिलहाल, T+1 सेटलमेंट पहले की तरह जारी रहेगा। जानिए मार्केट रेगुलेटर ने डेडलाइन क्यों बढ़ाई और नई डेडलाइन के बारे में क्या कहा।

Edited By: Suneel Kumarअपडेटेड Oct 30, 2025 पर 11:11 PM
SEBI ने फिर बढ़ाई T+0 सेटलमेंट की डेडलाइन, जानिए क्या है इसकी वजह
T+0 सेटलमेंट का मतलब है कि किसी शेयर सौदे का निपटान उसी दिन हो जाता है जिस दिन ट्रेड हुआ हो।

कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने इक्विटी कैश मार्केट में वैकल्पिक T+0 रोलिंग सेटलमेंट लागू करने की डेडलाइन बढ़ा है। इसकी वजह जरूरी सिस्टम और प्रोसेस तैयार करने के लिए और ज्यादा वक्त देना है। यह राहत क्वालिफाइड स्टॉक ब्रोकर (QSBs) को दी गई है, जिन्हें तकनीकी तैयारियों में मुश्किलें आ रही थीं। नई तारीख सेबी बाद में घोषित करेगी, ताकि ब्रोकरों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके।

QSBs को मिली और राहत

सेबी का यह फैसला QSBs से मिले फीडबैक के बाद लिया गया। उन्होंने बताया था कि 1 नवंबर 2025 की डेडलाइन तक सिस्टम पूरी तरह तैयार कर पाना मुश्किल है। गौरतलब है कि यह तारीख पहले भी 1 मई 2025 से बढ़ाई जा चुकी थी।

सेबी ने अपने सर्कुलर में कहा, 'QSBs द्वारा बताई गई चुनौतियों और वैकल्पिक T+0 सेटलमेंट को सुचारू रूप से लागू करने की जरूरत को देखते हुए यह तय किया गया है कि आवश्यक सिस्टम और प्रोसेस तैयार करने की समयसीमा आगे बढ़ाई जाए।'

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