Get App

जेन स्ट्रीट के काले कारनामों से हट चुका है पर्दा, क्या मार्केट में अब प्रॉब्लम पूरी तरह से खत्म हो गई है?

अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म 2023 से ही इंडियन मार्केट में मैनिपुलेशन कर रही थी। इससे उसने करीपब 40,000 करोड़ रुपये की कमाई की। अभी सेबी ने इसमें से सिर्फ 5000 करोड़ रुपये जब्त करने के आदेश दिए हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 11, 2025 पर 6:17 PM
जेन स्ट्रीट के काले कारनामों से हट चुका है पर्दा, क्या मार्केट में अब प्रॉब्लम पूरी तरह से खत्म हो गई है?
जेन स्ट्रीट के इंडियन मार्केट्स में कई तरह की स्ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करने का संदेह है।

जेन स्ट्रीट ने मार्केट मैनिपुलेशन से इंडियन मार्केट को हिला कर रख दिया है। सेबी अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म की ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की व्यापक जांच कर रहा है। इस बीच जेन स्ट्रीट और उससे जुड़ी कंपनियों को इंडिया में किसी तरह की ट्रेडिंग करने पर रोक लगा दी गई है। कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म 2023 से ही इंडियन मार्केट में मैनिपुलेशन कर रही थी। इससे उसने करीपब 40,000 करोड़ रुपये की कमाई की। अभी सेबी ने इसमें से सिर्फ 5000 करोड़ रुपये जब्त करने के आदेश दिए हैं।

मार्केट मैनिपुलेशन के लिए खास ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल

जेन स्ट्रीट के इंडियन मार्केट्स में कई तरह की स्ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करने का संदेह है। इनमें से एक स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल उसने बैंक निफ्टी इंडेक्स में किया। इंडेक्स के ऑप्शंस में एक्सपायरी के दिन प्रॉफिट कमाने के लिए इस स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल किया गया। यह कंपनी इंडेक्स में कॉल ऑप्शन इंडेक्स के कॉन्ट्रैक्ट करती थी। फिर एक्सपायरी के दिन कैश मार्केट में बैंकिंग स्टॉक्स में बड़ा निवेश करती थी। इससे बैंक निफ्टी काफी चढ़ जाता था। इससे जेन स्ट्रीट को उसके कॉल ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट पर मोटा मुनाफा होता था। इसी तरह अगर वह पुट ऑप्शंस के कॉन्ट्रैक्ट करती थी तो फिर मोटा प्रॉफिट कमाने के लिए बैंकिंग स्टॉक्स बेच देती थी।

एक्सपायरी के दिन असल खेल

सब समाचार

+ और भी पढ़ें