कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने एक्वा प्रूफ वॉल प्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड (APWPPL) और उसके डायरेक्टर नरेश चंद्र बोहरा पर जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना KPIT Technologies Ltd के शेयरों में फ्रंट-रनिंग ट्रेड करने के लिए लगाया गया है। SEBI ने इस उल्लंघन के लिए APWPPL पर 40 लाख रुपये और बोहरा पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
जब किसी कंपनी में कोई ऐसा बड़ा लेनदेन होने वाला हो, जो उसके शेयरों की कीमत प्रभावित कर सकता है, और इसके बारे में कोई ट्रेडर जानकारी रखते हुए, मुनाफा कमाने के लिए कंपनी के शेयर उस लेनदेन से पहले ही खरीद या बेच देता है तो इसे फ्रंट रनिंग माना जाता है। इस प्रैक्टिस को अनुचित और अनैतिक माना जाता है।
APWPPL ने कमाया ₹19.52 लाख का गैरकानूनी मुनाफा
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने पाया कि APWPPL ने 2017 में KPIT Technologies को एक बड़े क्लाइंट का ऑर्डर मिलने से पहले ही कंपनी के शेयरों में ट्रेड करके 19.52 लाख रुपये का गैरकानूनी मुनाफा कमाया। ये ट्रेड मूल रूप से मेहरानगढ़ फाइनेंशियल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड (MFAPL) ने किए थे। इस कंपनी का बाद में APWPPL में विलय हो गया। फर्म ने कथित तौर पर आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के जरिए मिली नॉन-पब्लिक क्लाइंट इनफॉरमशेन के बेसिस पर 26 जुलाई, 2017 को KPIT टेक्नोलोजिज के शेयरों में ट्रेड किया।
MFAPL ने KPIT Technologies के एक बड़े ग्राहक की ओर से सेल ऑर्डर दिए जाने से ठीक पहले, लगभग 123.73 रुपये के भाव पर शेयर बेचे। जैसे ही ग्राहक का आदेश बाजार में आया और KPIT Technologies के शेयर की कीमतें गिरीं, MFAPL ने लगभग 120.20 रुपये पर शेयर वापस खरीद लिए। कंपनी ने एक ही दिन में 5.52 लाख शेयरों पर 3.53 रुपये प्रति शेयर का मुनाफा कमाया।
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