Get App

SEBI ने ज्यादा रिस्क के साथ ज्यादा फायदे वाले छोटू PMS के लिए जारी की गाइडलाइंस, रिटेल निवेशक भी कर सकेंगे निवेश

SEBI news: इन गाइड लाइंस को तहत अब हर AMC 7 स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड्स लॉन्च कर सकेगीं। इनमें से 3 इक्विटी, दो डेट और दो हाइब्रिड SIF हो सकते हैं। इनमें उनको कम से कम 10 लाख रुपये का निवेश करना होगा। फंड मैनेजर F&O में लॉन्ग और शॉर्ट दोनों तरह की पोजिशन ले सकेंगे

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 28, 2025 पर 1:45 PM
SEBI ने ज्यादा रिस्क के साथ ज्यादा फायदे वाले छोटू PMS के लिए जारी की गाइडलाइंस, रिटेल निवेशक भी कर सकेंगे निवेश
सेबी ने NFO में जुटाई रकम के निवेश के लिए समय सीमा तय की, नई रकम को 30 दिनों के अंदर करना होगा निवेश, नया नियम एक अप्रैल से होगा लागू, AMCs शेयरों पर रहेगा फोकस

मार्केट रेगुलेटर सेबी ने छोटे PMS यानी स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड्स (SPECIALIZED INVESTMENT FUNDS) के बारे में गाइडलाइंस जारी की है। इन गाइड लाइंस को तहत अब हर AMC 7 स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड्स लॉन्च कर सकेगीं। इनमें से 3 इक्विटी, दो डेट और दो हाइब्रिड SIF हो सकते हैं। इनमें उनको कम से कम 10 लाख रुपये का निवेश करना होगा।

इन छोटे पीएमएस में निवेश की सीमा घटा कर 10 लाख रुपए करने से अब इनमें रिटेल निवेशक भी पैसे लगा सकेंगे। ये सेबी की तरफ से उठाया गया अच्छा कदम है। इसके चलते आगे हमें एएमसी शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है।फंड मैनेजर F&O में लॉन्ग और शॉर्ट दोनों तरह की पोजिशन ले सकेंगे और 25 फीसदी पोजिशन अनहेज्ड रख सकते हैं।

फंड मैनेजर F&O में लॉन्ग शॉर्ट दोनों पोजिशन ले सकेगा। डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में 25 फीसद अनहेज्ड शॉर्ट पोजिशन संभव। इसमें इक्विटी में डेली औरडेट में वीकली रीडेंप्शन हो सकेगा। हाइब्रिड में दो हफ्ते में रीडेंप्शन संभव है। सभी क्लोज्ड SIF स्कीम लिस्ट होंगे। लिस्टिंग से निवशकों को EXIT ऑप्शन मिलेगा।

बता दें कि दिसंबर में सेबी ने पोर्टफोलियो मैनेजमेंट (PMS) और म्यूचुअल फंड्स के बीच एक नए एसेट क्लास को नोटिफाई किया था और इसे Specialized Investment Fund' (SIF) कहा था। SEBI के अनुसार म्यूचुअल फंड (MF) और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) के बीच की खाई को पाटने के उद्देश्य से इस निवेश प्रोडक्ट, स्पेशलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड्स (SIF) की नई कैटेगरी के लिए एक फ्रेमवर्क जारी किया गया है। यह नया फ्रेमवर्क 1 अप्रैल, 2025 से लागू होने के लिए तैयार है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें