Sebi circular : क्वालिफाइड स्टॉक ब्रोकर्स होंगे अब ज्यादा जिम्मेदार, जानिए सेबी के नए निर्देश

Sebi circular : अब क्वालिफाइड स्टॉक ब्रोकर्स की जिम्मेदारियां और दायित्व बढ़ गए हैं। सेबी के नए सर्कुलर में नई जिम्मेदारियों और दायित्वों का खुलासा किया गया है। सर्कुलर में मार्केट रेगुलेटर ने उन मानदंडों का उल्लेख किया है, जिनसे तय होगा कि किसी स्टॉक ब्रोकर को क्यूएसबी माना जाएगा या नहीं। इन मानदंडों में स्टॉक ब्रोकर के सक्रिय क्लाइंट्स की कुल संख्या आदि मानदंड शामिल हैं

अपडेटेड Feb 07, 2023 पर 8:32 AM
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Sebi new circular : सेबी की तरफ से निगरानी के बावजूद क्यूएसबी स्टॉक एक्सचेंजेस के प्रति भी जवाबदेह होंगे

Sebi circular : अब क्वालिफाइड स्टॉक ब्रोकर्स (Qualified Stock Brokers) यानी QSBs के नाम से पहचाने जाने वाले चुनिंदा स्टॉक ब्रोकर्स की जिम्मेदारियां और दायित्व बढ़ गए हैं। सेबी (Sebi) ने हाल में इससे जुड़ा एक अहम सर्कुलर जारी किया है। इनमें नई जिम्मेदारियों और दायित्वों का खुलासा किया गया है। सर्कुलर में मार्केट रेगुलेटर ने उन मानदंडों का उल्लेख किया है, जिनसे तय होगा कि किसी स्टॉक ब्रोकर को क्यूएसबी माना जाएगा या नहीं। इन मानदंडों में स्टॉक ब्रोकर के सक्रिय क्लाइंट्स की कुल संख्या, स्टॉक ब्रोकर से जुड़े क्लाइंट्स की कुल एसेट, स्टॉक ब्रोकर का ट्रेडिंग वॉल्यूम और दिन के अंत में स्टॉक ब्रोकर के सभी क्लाइंट्स की मार्जिन बाध्यताएं आदि शामिल हैं।

सर्कुलर में इन मानदंडों के आधार पर स्टॉक ब्रोकर्स के स्कोर की गणना के लिए एक तरीका सुझाया गया है और 5 या उससे ज्यादा स्कोर वाले स्टॉक ब्रोकर को क्यूएसबी के रूप में पहचाना जाएगा। समझा जाता है कि 16 स्टॉक ब्रोकर्स ही क्यूएसबी के मानकों पर खरे उतरते हैं।

क्यूएसबी के लिए गवर्नेंस स्ट्रक्चर और प्रोसेस


QSBs का एक बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स या वैसी एक बॉडी होगी, जो सिक्योरिटी मार्केट में क्यूएसबी के कामकाज को प्रभावित करने वाली घटनाओं या कमजोरियों पर नजर रखेगी। साथ ही उसकी डेटा सिक्योरिटी उल्लंघन सहित इनवेस्टर प्रोटेक्शन पर भी नजर रहेगी, जिनसे इनवेस्टर डेटा प्रभावित हो सकता है।

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क्यूएसबी के लिए एक ऑडिट कमेटी, नॉमिनेशन और रिम्युनरेशन कमेटी, आईटी कमेटी, साइबर सिक्योरिटी कमेटी और अन्य कमेटियां रखना जरूरी हैं, जो समय समय पर सेबी द्वारा सुझाई जा सकती हैं। इन क्यूएसबी को कमेटियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की निगरानी से जुड़ी रिपोर्ट सालाना आधार पर स्टॉक एक्सचेंजेस को जमा करनी होगी।

रिस्क मैनेजमेंट पॉलिसी और प्रोसेस

QSBs को एक स्पष्ट रिस्क मैनेजमेंट पॉलिसी बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं, जिनके आधार पर केवाईसी और अकाउंट ओपनिंग प्रोसेस, फ्रॉड की सूचना आदि से निबटा जाएगा। इसके अलावा रिस्क मैनेजमेंट पॉलिसी में ऑपरेशनल, टेक्नोलॉजिकल के साथ फ्रॉड, क्रेडिट, मार्केट, लीगल आदि से जुड़े रिस्क को भी तवज्जो दी जाएगी।

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क्लाइंट के व्यवहार की निगरानी

रिस्स एसेसमेंट पॉलिसी क्लाइंट्स के ट्रेडिंग के पैटर्न के विश्लेषण, क्लाइंट्स की असामान्य गतिविधियों का पता लगाने के लिए निगराननी के उपाय, इसके बारे में स्टॉक एक्सचेंजेस को सूचना देने आदि की देखरेख करेगी।

स्टॉक एक्सचेंजेस की तरफ से निगरानी

सेबी की तरफ से निगरानी के बावजूद क्यूएसबी स्टॉक एक्सचेंजेस के प्रति भी जवाबदेह होंगे।

सेबी से परामर्श के साथ स्टॉक एक्सचेंजेस क्यूएसबी का सालाना निरीक्षण कराएंगे और इसके निष्कर्षों के आधार पर कार्रवाई के लिए सेबी को सूचित करेंगे।

Moneycontrol News

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First Published: Feb 07, 2023 8:32 AM

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