IT Stocks: आज लगातार दूसरे कारोबारी दिन निफ्टी आईटी लाल है और आज की बात करें तो इस पर लिस्टेड दस स्टॉक्स में सिर्फ विप्रो (Wipro) ही ग्रीन है, लेकिन इसमें भी तेजी एक फीसदी से कम ही है। इस साल निफ्टी आईटी 11% से अधिक कमजोर हुआ है। अब आगे की बात करें तो वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनले को सुधार के आसार दिख रहे हैं लेकिन ओवरऑल आईटी सेक्टर को लेकर खास उत्साह नहीं दिख रहा है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि अप्रैल से आउटलुक में थोड़ा सुधार तो हुआ है लेकिन वित्त वर्ष 2025 की शुरुआत में उम्मीद की तुलना में यह कमजोर बना हुआ है। वैल्यूएशन के हिसाब से भी यह आईटी सेक्टर पांच साल के औसत के नीचे है लेकिन फिर भी सुस्त रेवेन्यू और अर्निंग्स ग्रोथ के चलते खास उत्साह नहीं दिख रहा है।
देश के आईटी सर्विसेज सेक्टर पर "इंडिया टेक्नोलॉजी: आईटी सर्विसेज" के शीर्षक से अपने हालिया नोट में मॉर्गन स्टैनले ने कहा कि अप्रैल के निचले स्तर से आईटी स्टॉक्स काफी उबर चुके हैं जिससे निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को फिर से बैलेंस करने में मदद मिली है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि आईटी स्टॉक्स में तेजी को कुछ मुनाफा बुक करने के मौके के रूप में देखना चाहिए। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि रेवेन्यू ग्रोथ के अनुमान में हल्की सुधार दिख रही है लेकिन साथ ही यह भी कहा कि दो साल तक रेवेन्यू का सीएजीआर (कंपाउंडर एनुअल ग्रोथ रेट) सुस्त दिख रही है।
स्टॉकवाइज क्या है स्थिति?
मॉर्गन स्टैनले ने टेक महिंद्रा का टारगेट प्राइस ₹1550 से बढ़ाकर ₹1575 कर दिया है लेकिन रेटिंग को इक्वल-वेट से घटाकर अंडरवेट कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ विप्रो की रेटिंग को बढ़ाकर अंडरवेट से इक्वल वेट कर दिया है और टारगेट प्राइस भी बढ़ाकर ₹216 से ₹265 कर दिया है। लॉर्ज-कैप आईटी स्टॉक्स में ब्रोकरेज फर्म को एचसीएलटेक (इक्वल-वेट), एलटीआईमाइंडट्री (इक्वल-वेट) और टेक महिंद्रा (अंडरवेट) से अधिक पसंद टीसीएस (ओवरवेट), इंफोसिस (इक्वल-वेट)और विप्रो (इक्वल वेट) है। वहीं मिडकैप आईटी स्टॉक्स में बात करें तो ब्रोकरेज फर्म को सिएंट (अंडरवेट) और टाटा एलेक्सी (अंडरवेट) की तुलना में कोफोर्ज (ओवरवेट) और एमफेसिस (इक्वल-वेट) अधिक पसंद है।
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