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Sensex-Nifty 0.9% भागे, बजट और यूएस फेड के फैसले से पहले वोलैटिलिटी बढ़ने की उम्मीद

Stock markets : मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना कि निवेशकों को निफ्टी में 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के आसपास नजर रखनी चाहिए। एंजेल वन के तकनीकी विश्लेषक समीत चव्हाण ने कहा "यह हफ्ता महत्वपूर्ण है। इस हफ्ते बजट आने वाला है जो आम तौर पर बाजार की दिशा निर्धारित करता है। बजट वाला हफ्ता वोलैटिलिटी के लिए जाना जाता है। वर्तमान मार्केट स्ट्रक्चर मंदी बने रहने की ओर संकेत कर रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 29, 2024 पर 11:59 AM
Sensex-Nifty 0.9% भागे, बजट और यूएस फेड के फैसले से पहले वोलैटिलिटी बढ़ने की उम्मीद
Stock markets : निवेशक 1 फरवरी को अंतरिम बजट घोषणाओं पर बाजार की नजर रहेगी। बजट का फोकस फिस्कल कंसोलीडेशन पर हो सकता है। लेकिन सरकार रेलवे, इंफ्रास्ट्रक्चर और खपत बढ़ाने के लिए कुछ पूंजीगत व्यय उपायों का ऐलान कर सकती है

Stock markets : एशियाई बाजारों के सकारात्मक रुझान के दम पर बेंचमार्क भारतीय इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में 29 जनवरी के शुरुआती कारोबार में तेजी देखने को मिली है। हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि अंतरिम बजट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर के फैसले से पहले इस सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख जारी रह सकता है। सुबह 11:25 बजे के आसपास सेंसेक्स 735.61 अंक यानी 1.04 फीसदी की बढ़त के साथ 71,429.05 के स्तर पर दिख रहा था। वहीं, निफ्टी 256.05 अंक यानी 1.20% फीसदी की बढ़त के साथ 21605 के आसपास दिख रहा था।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना कि निवेशकों को निफ्टी में 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के आसपास नजर रखनी चाहिए। एंजेल वन के तकनीकी विश्लेषक समीत चव्हाण ने कहा "यह हफ्ता महत्वपूर्ण है। इस हफ्ते बजट आने वाला है जो आम तौर पर बाजार की दिशा निर्धारित करता है। बजट वाला हफ्ता वोलैटिलिटी के लिए जाना जाता है। वर्तमान मार्केट स्ट्रक्चर मंदी बने रहने की ओर संकेत कर रहा है।"

समीत चव्हाण ने आगे कहा कि किसी भी निगेटिव सरप्राइज की स्थिति में निफ्टी 20,800 तक गिर सकता है और यहां तक कि 20,500 का स्तर भी देखने को मिल सकता है। दूसरी ओर इसके लिए 21,750 के आसपास रजिस्टेंस का अनुमान है।

निवेशक 1 फरवरी को अंतरिम बजट घोषणाओं पर बाजार की नजर रहेगी। बजट का फोकस फिस्कल कंसोलीडेशन पर हो सकता है। लेकिन सरकार रेलवे, इंफ्रास्ट्रक्चर और खपत बढ़ाने के लिए कुछ पूंजीगत व्यय उपायों का ऐलान कर सकती है।

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