मार्केट अनुमान के मुताबिक कमजोर खुले। अब फोकस इजरायल-हमास के टकराव पर हो गया है। अब वे लोग भी लोअर लेवल पर शेयरों को खरीदने के मौके का इंतजार कर रहे हैं, जो पहले मार्केट में बड़े करेक्शन का अनुमान जता रहे थे। यह ऐसा बुल मार्केट है, जिसने कई चुनौतियों को पार किया है। अब यह माना जा रहा है कि थोड़े समय के लिए क्रूड में उछाल को छोड़ दें तो मध्य-पूर्व में हालिय घटनाक्रम का ज्यादा असर लॉन्ग टर्म स्टोरी पर नहीं पड़ेगा। फिलहाल गिरावट पर खरीदारी की स्ट्रेटेजी सही दिख रही है। इंडिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS बायबैक प्रोग्राम पर विचार कर रही है। इसके शेयरों में इस खबर का असर दिख सकता है। लेकिन, शॉर्ट टर्म में इसके शेयरों पर प्रॉफिट को लेकर मैनेजमेंट की कमेंट्री और अमेरिकी इकोनॉमी के आउटलुक का ज्यादा असर दिखेगा। बायबैक के प्रपोजल पर फिर से विचार इंडियन आईटी कंपनियों की मजबूती का संकेत है। कंपनी के मैनेजमेंट के पास जब कैश रिजर्व को सही जगह इस्तेमाल करने के मौके नहीं होते हैं तो उसे शेयरहोल्डर्स को लौटा देना सही है। पहली तिमाही के नतीजों के बाद आईटी सेक्टर का आउटलुक पहले से बेहतर दिख रहा है। लेकिन, अब भी कोई तेजी पर दांव लगाता नहीं दिख रहा है।
Titan के लिए एक और अच्छी तिमाही दिख रही है। कंपनी 20 फीसदी रेवेन्यू ग्रोथ हासिल करने में सफल दिख रही है। यह ग्रोथ बड़े बेस पर है। सभी बिजनेस सेगमेंट का प्रदर्शन अच्छा है। इस साल यह स्टॉक 27 फीसदी चढ़ चुका है। अधिकतर ब्रोकरेज फर्मों ने टाइटन के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई है। लेकिन, उन्होंने शेयरों का टारगेट प्राइस नहीं बढ़ाया है। जो लोग इस लेवल पर टाइटन में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें यह सवाल जरूर पूछना चाहिए कि इस स्टॉक में मार्केट और कितना ज्यादा प्रीमयम देख रहा है।
Metropolis Healthcare की अच्छी सेहत
मेट्रोलपोलिस हेल्थकेयर के लिए दूसरी तिमाही अच्छी रहने की उम्मीद दिख रही है। अच्छे वॉल्यूम के साथ रेवेन्यू ग्रोथ अच्छी रही है। पेशेंट्स की संख्या भी बढ़ी है। हेल्थसेक्टर को लेकर बेयरिश आउटलुक घटा है। अब इनवेस्टर्स इस सेक्टर में बढ़ती प्रतियोगिता को समझने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन कॉम्पिटिशन का ज्यादा असर पैथोलॉजी बिजनेस पर पड़ने का अनुमान है। हालांकि, डिस्काउंट के मोर्चे पर चल रही लड़ाई अब सुस्त पड़ने के आसार हैं। अभी, इस फील्ड की घरेलू कंपनियां मजबूत स्थिति में दिख रही हैं।
MCX के नए ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को सेबी की मंजूरी
सेबी ने एमसीएक्स के नए ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को मंजूरी दे दी है। इसका असर इसके स्टॉक्स पर दिखेगा। लेकिन, इस स्टॉक के शॉर्ट टर्म में बहुत उछाल दिखाने की उम्मीद कम है। इसकी वजह यह है कि प्राइस एक्शन से यह संकेत मिलता है कि इसके शेयरों पर पहले ही इस खबर का असर पड़ चुका है। FY24 में तो कोई बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा है, लेकिन कमोडिटी ऑप्शंस एंड ट्रेडिंग वॉल्यूम में उछाल और घटती ऑपरेटिंग कॉस्ट की वजह से अगले फाइनेंशियल ईयर में एमसीएक्स के प्रॉफिट में बड़ा उछाल दिख सकता है। इस तिमाही ऑप्शंस प्रीमियम 31 फीसदी चढ़ा है।
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