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शॉर्ट कॉल : IT शेयरों पर चिंता के बादल, Infosys पर दबाव, Tata Motors की तेज चाल, मार्केट के लिए क्या है इनका मतलब

Infosys के नतीजों के बाद यह साफ हो गया है कि आने वाला समय IT कंपनियों के लिए अच्छा नहीं है। हालांकि, इसका अंदाजा पहले से था। ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों ने इस बारे में संकेत दिए थे। उधर, Tata Motors के शेयरों में मार्च के बाद से तेजी जारी है

Curated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Apr 17, 2023 पर 10:37 AM
शॉर्ट कॉल : IT शेयरों पर चिंता के बादल, Infosys पर दबाव, Tata Motors की तेज चाल, मार्केट के लिए क्या है इनका मतलब
Tata Motors ने 1 मई से अपनी गाड़ियों की कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया है। वेटेड एवरेज वृद्धि करीब 0.6 फीसदी रहने का अनुमान है। मार्च के आखिर से इस शेयर में तेजी दिखने को मिल रही है। यह तब से करीब 17 फीसदी चढ़ चुका है।

IT कंपनियों के बारे में खराब खबरें आ रही हैं। Infosys के चौथी तिमाही के नतीजों ने निराश किया है। आने वाले समय में आईटी शेयरों के लिए समय अच्छा नहीं दिख रहा है। लेकिन, ऐसा नहीं है कि बाजार को इसका अंदाजा नहीं था। FY23 में मैनेजमेंट की कमेंट्री ज्यादातर पॉजिटिव होने के बावजूद इनवेस्टर्स पहले से सावधानी बरत रहे थे। गुरुवार को TCS के शेयरों में 2 फीसदी से कम गिरावट देखने को मिली। हालांकि, ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों ने इस शेयर को लेकर बेयरिश व्यू दिए थे। लेकिन, इंफोसिस के नतीजे आ जाने के बाद मार्केट को बड़ी आईटी कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन में भी तेज गिरावट के लिए तैयार रहना चाहिए।

इंफोसिस पर दबाव

इंफोसिस के शेयरों पर दबाव दिख रहा है। कई बड़ी ब्रोकरेज फर्मों ने इसे डाउनग्रेड किया है। कई ने इसके शेयरों का टारगेट प्राइस घटाया है। इसे डाउनग्रेड करने वाली बड़ी ब्रोकरेज फर्मों में Nomura, JP Morgan, CLSA और Citi शामिल हैं। इन्होंने शेयरों के टारगेट प्राइस घटाए हैं। साथ ही प्रति शेयर अर्निंग्स के अनुमान में भी कमी की है। UBS ने अपनी न्यूट्रल रेटिंग बनाए रखी है। इसके बाद उम्मीद है कि आने वाले समय में फंड मैनेजर्स इंफोसिस के मुकाबले TCS में ज्यादा दिलचस्पी दिखा सकते हैं। चौथी तिमाही के नतीजों के बाद दोनों कंपनियों की ग्रोथ के बीच का अंतर कम होता दिख रहा है।

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