Get App

बाजार में रिकवरी के संकेत, एडवांस-डिक्लाइन रेशियो 10 महीने के हाई पर, गिरावट में खोजें खरीदारी के मौके

अप्रैल में बेंचमार्क इंडेक्सों में तेज रिकवरी देखने को मिली है। इस अवधि में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 3.5 फीसदी की बढ़त हुई है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में भी मजबूती देखने को मिली है। इनमें 3.2 फीसदी और 1.6 फीसदी की बढ़त हुई है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड May 03, 2025 पर 3:26 PM
बाजार में रिकवरी के संकेत, एडवांस-डिक्लाइन रेशियो 10 महीने के हाई पर, गिरावट में खोजें खरीदारी के मौके
राइट रिसर्च पीएमएस की फाउंडर और फंड मैनेजर सोनम श्रीवास्तव का कहना है कि घरेलू निवेशकों ने बाजार को स्थिर बनाए रखने में मदद की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए करेक्शन के चलते बाजार का वैल्यूएशन अच्छा हो गया है

मार्केट ब्रेड्थ में जोरदार सुधार से संकेत मिलता है कि भारतीय इक्विटी बाजारों को लेकर निवेशकों के सेंटीमेंट में सुधार हो रहा है। अप्रैल में, बीएसई में लिस्टेड सभी शेयरों का एडवांस-डिक्लाइन रेशियो (बढ़ने वाले शेयरों के मुकाबले गिरने वाले शेयर) औसतन 1.26 रहा जो जून 2024 के बाद का उच्चतम स्तर है। यह सेक्टरों में व्यापक आधार पर आए सुधार का संकेत है। यह लगातार दूसरा महीना है जब यह रेशियो एक से ऊपर रहा है।

अप्रैल में बेंचमार्क इंडेक्सों में तेज रिकवरी देखने को मिली है। इस अवधि में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 3.5 फीसदी की बढ़त हुई है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में भी मजबूती देखने को मिली है। इनमें 3.2 फीसदी और 1.6 फीसदी की बढ़त हुई है। यह उछाल सितंबर 2024 के अंत में शुरू हुए एक लंबे करेक्शनके बाद आया है। इस करेक्शन के दौर में सेंसेक्स और निफ्टी में 14.7 फीसदी और 15.6 फीसदी की गिरावट आई थी। जबकि, मिड और स्मॉल-कैप इंडेक्सों में 21.8 फीसदी और 24.48 फीसदी की बड़ी गिरावट आई थी।

इंडिपेंडेंट रिसर्च एनलिस्ट दीपक जसानी का कहना है कि हाल की तेजी से पता चलता है कि छोटे-मझोले शेयरों का वैल्यूएशन काफी अच्छा हो गया है। वे अब निवेशकों को फिर से आकर्षित कर रहे हैं। ऐसा लगता है इनमें से कई शेयर अपने बॉटम पर पहुंच गए हैं और अर्निंग्स के अनुमानों की तुलना में उनकी मौजूदा कीमतें निवेशकों को अच्छी लग रही हैं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें