Paytm Crisis: केंद्रीय बैंक RBI की कड़ी कार्रवाई के चलते Paytm के शेयरों को झटका लगा और महज तीन दिन में शेयर 42% टूट गए थे। हालांकि सॉफ्टबैंक इस झटके से बच गई थी क्योंकि उसने अपनी हिस्सेदारी का एक बड़ा हिस्सा RBI की कार्रवाई के पहले ही बेच दिए थे। यह खुलासा सॉफ्टबैंक ग्रुप के विजन फंड के एग्जेक्यूटिव मैनेजिंग पार्टनर नवनीत गोविल ने किया है। अब सवाल ये उठता है कि क्या सॉफ्टबैंक ग्रुप को पहले ही इसकी ही आहट लग गई थी और जो बाकी हिस्सेदारी बची है, उसका क्या होगा? RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) को 29 फरवरी के बाद नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट ट्रांजैक्शंस पर रोक लगा दिया है। इसी का झटका पेटीएम के शेयरों को लग रहा है।
SoftBank Group को पहले ही ही लग गई थी आहट?
टेक कंपनियों में पैसे डालने वाली जापानी निवेशक को भारत में नियामकीय माहौल को लेकर बढ़ती अनिश्चितता दिख गई थी। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक यह खुलासा विजन फंड के एग्जेक्यूटिव मैनेजिंग पार्टनर नवनीत गोविल ने किया है। नवनीत के मुताबिक पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) के लाइसेंस को लेकर भी अनिश्चितता दिख रही थी। ऐसे में विजन फंड के फाइनेंस चीफ ने कहा कि इसके चलते फटाफट शेयर बेचने की जरूरत महसूस की गई और अब शेयरों की गिरावट देखकर लग रहा है कि शेयर बेचकर सही किया गया। हालांकि नवनीत ने पेटीएम में सॉफ्टबैंक की बाकी हिस्सेदारी को लेकर कुछ कहने से मना कर दिया।
Paytm में लगातार घटा रही हिस्सेदारी
सॉफ्टबैंक नवंबर 2022 से लगातार नियमित तौर पर पेटाएम में अपनी हिस्सेदारी हल्की कर रही है और यह बिकवाली पिछले महीने तक चलती रही। सॉफ्टबैंक की हिस्सेदारी पेटीएम पिछले महीने जनवरी में करीब 5 फीसदी थी। वहीं पेटीएम ने 2021 में आईपीओ के लिए जो ड्राफ्ट फाइल किया था, उसके मुताबिक सॉफ्टबैंक के पास इसकी 18.5 फीसदी हिस्सेदारी थी।