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Sonata Software के शेयर रिकॉर्ड हाई से 40% नीचे, क्या होगी रिकवरी या निकाल लें बचा मुनाफा?

Sonata Software Share Price: दिग्गज आईटी कंपनी सोनाटा सॉफ्टवेयर के शेयर फरवरी में यह रिकॉर्ड हाई पर थे और इस हाई से फिलहाल यह 40 फीसदी डाउनसाइड है। मार्च तिमाही के नतीजे भी खास नहीं रहे। कंपनी का अनुमान है कि इस साल अच्छी ग्रोथ की गुंजाइश कम है। इसके बावजूद ब्रोकरेज फर्म IDBI कैपिटल ने इसकी खरीदारी की रेटिंग में बदलाव नहीं किया है

Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड May 10, 2024 पर 1:22 AM
Sonata Software के शेयर रिकॉर्ड हाई से 40% नीचे, क्या होगी रिकवरी या निकाल लें बचा मुनाफा?
ब्रोकरेज ने Sonata Software का टारगेट प्राइस घटाकर 915 रुपये से 770 रुपये कर दिया है। हालांकि शेयरों की हालिया गिरावट के चलते इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है।

Sonata Software Share Price: दिग्गज आईटी कंपनी सोनाटा सॉफ्टवेयर के शेयरों में पिछले कुछ समय से बिकवाली का भारी दबाव दिखा। फरवरी के आखिरी दिनों में यह रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था और इस हाई से फिलहाल यह 40 फीसदी डाउनसाइड है। मार्च तिमाही के इसके नतीजे भी खास नहीं रहे और आगे भी रुझान कुछ खास पॉजिटिव नहीं है। कंपनी का भी अनुमान है कि इस साल अच्छी ग्रोथ की गुंजाइश कम है। इसके बावजूद ब्रोकरेज फर्म IDBI कैपिटल ने इसकी खरीदारी की रेटिंग में बदलाव नहीं किया है। आज इसके शेयरों की बात करें तो BSE पर यह 4.07 फीसदी की गिरावट के साथ 518.80 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।

Sonata Software को लेकर ब्रोकरेज का क्या है रुझान

बड़ी हेल्थकेयर डील में देरी के चलते मार्च तिमाही में सोनाटा सॉफ्टवेयर का सर्विसेज रेवेन्यू तिमाही आधार पर 2.4 फीसदी गिर गया। आगे की बात करें तो कंपनी का मानना है कि मैक्रो लेवल पर चुनौतियों के चलते इस साल बड़ी डील हासिल करने और फैसले लेने में देरी हो सकती है। ऐसे में कंपनी का अनुमान है कि इस वित्त वर्ष की पहली छमाही यानी अप्रैल-सितंबर 2024 में इसकी ग्रोथ फ्लैट से लेकर निगेटिव रह सकती है। हालांकि पूरे वित्त वर्ष की बात करें तो पूरी इंडस्ट्री से भी ज्यादा इसकी ग्रोथ हो सकती है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म IDBI कैपिटल के मुताबिक रेवेन्यू ग्रोथ में सुस्ती के चलते पहली छमाही में मार्जिन फ्लैट रह सकता है और फिर अगली ही छमाही में इसमें सुधार दिख सकता है। इसके अलावा ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2025 और वित्त वर्ष 2026 के इसके ईपीएस अनुमान में 12-12 फीसदी की कटौती कर दी है। टारगेट प्राइस भी घटाकर 915 रुपये से 770 रुपये कर दिया है। हालांकि शेयरों की हालिया गिरावट के चलते ब्रोकरेज ने इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है।

रिकॉर्ड हाई से 40% नीचे हैं शेयर

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