SPARC Share Price: देश की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी सन फार्मा की रिसर्च इकाई सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी (SPARC) के शेयरों को आज धड़ाध़ बेचकर निकलने लगे। बिकवाली इतनी तेज रहे कि शेयर टूटकर लोअर सर्किट पर आ गए यानी कि एक समय ऐसा आया कि आज मार्केट में इसका कोई खरीदार ही नहीं बचा था। बिकवाली की यह आंधी एक ट्रायल में इसकी दवा के फेल होने के चलते आई। इसके चलते शेयर इंट्रा-डे में बीएसई पर आज 19.98% टूटकर ₹156.50 के लोअर सर्किट पर आ गए। दिन के आखिरी में यह 19.71% की गिरावट के साथ ₹157.05 पर बंद हुआ है।
Sun Pharma के SPARC की कौन-सी दवा हुई फेल?
स्पार्क की दवा SCD-044 (Vibozilimod) दूसरे चरण के ट्रायल में फेल हुई है। इसे सोरायसिस और एटोपिक डर्मेटाइटिस के इलाज के लिए डेवलप किया जा रहा था। हालांकि कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में खुलासा किया कि दोनों ट्रायल में यह बेहतर नतीजे नहीं दे सकी। इसके चलते स्पार्क ने इसके आगे नहीं बढ़ने का ऐलान किया है। अब सन फार्मा और स्पार्क इसे लेकर आगे क्या किया जाए, इस पर फिर से विचार करेंगे। यह बहुत बड़ा झटका है क्योंकि SCD-044 को स्पार्क की स्पेशल्टी पाइपलाइन में सबसे अधिक भरोसेमंद में शुमार किया जाता था।
पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की आखिरी तिमाही जनवरी-मार्च 2025 में स्पार्क को ₹20.96 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हुई जोकि तिमाही आधार पर 38.8% अधिक रहा। हालांकि इस दौरान कंपनी का लॉस (टैक्स से पहले) ₹79.44 करोड़ से उछलकर ₹105.41 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का खर्च 33.7% उछलकर ₹126.37 करोड़ पर पहुंच गया। अब शेयरों की बात करें तो स्पार्क के शेयर पिछले साल 5 जुलाई 2024 को ₹257.70 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है। शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और इस हाई लेवल से आठ महीने में यह 57.63% फिसलकर 3 मार्च 2025 को ₹109.20 के भाव पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।