SpiceJet Share Price: स्पाइसजेट के शेयरों में आज 9 दिसंबर को लगातार तीसरे दिन अच्छी तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर 8% उछलकर 34.99 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। पिछले तीन दिनों में यह शेयर 15% तक चढ़ चुका है। यह उछाल ऐसे समय आया है जब इंडिगो बड़े पैमाने पर ऑपरेशनल संकट से जूझ रही है और देशभर के एयरपोर्ट्स पर यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्पाइसजेट ने मंगलवार 9 दिसंबर को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि उसने अपनी फ्लीट में दो नए बोइंग-737 विमान शामिल किए हैं। स्पाइसजेट के अनुसार, इससे उसकी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों रूट्स पर ऑपरेशनल क्षमता और कनेक्टिविटी मजबूत होगी। इंडिगो संकट के बीच स्पाइसजेट के इस ऐलान से निवेशकों के सेंटीमेंट को मजबूती मिली।
स्पाइसजेट ने कहा, "यह विस्तार ऐसे समय पर हो रहा है जब एयरलाइन कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने, शेड्यूल रिलायबिलिटी बढ़ाने और पैसेंजर की बढ़ती डिमांड को पूरा करने पर फोकस कर रही है। स्पाइसजेट का मकसद पीक ट्रैवल सीजन के दौरान यात्रियों को अधिक से अधिक चॉइस और फ्लेक्सिबिलिटी देना है।"
एयरलाइन ने बताया कि दोनों विमान नवंबर के आखिर से ही कमर्शियल सर्विस में आ गई हैं, और दिल्ली-बैंकॉक, अहमदाबाद-दुबई और अहमदाबाद-कोलकाता जैसे खास रूट्स पर चल रही हैं।
स्पाइसजेट के CBO देबोजो महर्षि ने कहा कि दो बोइंग-737 विमानों को शामिल करना "सोचे-समझी और जिम्मेदार तरीके से" कैपेसिटी बढ़ाने की उनकी कोशिशों का हिस्सा है। उन्होंने आगे कहा, "हम अपने पैसेंजर्स को भरोसेमंद, अच्छी और सस्ती हवाई यात्रा देने के लिए कमिटेड हैं, साथ ही एक पहले से अधिक मजबूत नेटवर्क भी बना रहे हैं।"
इंडिगो की फ्लाइट कैंसल होने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा, जिससे भारत के कई बड़े एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी की स्थिति रही। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने मौजूदा हालात को देखते हुए इंडिगो के फ्लाइट शेड्यूल में 5 परसेंट की कमी करने का आदेश दिया है।
इस अफरा-तफरी की एक बड़ी वजह, पायलटों की कमी है, जो पिछले महीने लागू हुए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के बाद सामने आई। नए नियम पायलटों और क्रू को अधिक आराम और बेहतर शेड्यूल देने का निर्देश देते हैं, लेकिन इंडिगो अपनी उड़ान नेटवर्क को इन बदलावों के अनुसार एडजस्ट करने में संघर्ष कर रही है। इसी वजह से उड़ानें लगातार बाधित हो रही हैं।
बीते एक महीने में स्पाइसजेट के शेयरों में मामूली गिरावट आई है। हालांकि पिछले छह महीनों में यह शेयर 21% गिरा है और साल 2025 में अब तक यह शेयर लगभग 40% नीचे आ चुका है। कंपनी का P/E रेशियो 10 से थोड़ा ऊपर है। हालांकि इंडिगो के संकट और स्पाइसजेट की क्षमता बढ़ाने की घोषणा ने मिलकर निवेशकों के सेंटीमेंट को मजबूत किया है, जिसके चलते स्टॉक में पिछले तीन दिनों से लगातार तेजी देखी जा रही है।
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