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स्टॉक मार्केट्स से कमाई का 'रामदेव फॉर्मूला', जानिए मल्टीबैगर की पहचान करने का क्या है सही तरीका

दिग्गज निवेशक रामदेव अग्रवाल का कहना है कि मार्केट की नजर पड़ने से पहले आपको उन कंपनियों को पहचानना आना चाहिए, जिनके फंडामेंटल्स स्ट्रॉन्ग हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण बालकृष्ण इंडस्ट्रीज है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस कंपनी में तब निवेश किया था, जब इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन सिर्फ 100 करोड़ रुपये था

Market Deskअपडेटेड Dec 15, 2025 पर 5:03 PM
स्टॉक मार्केट्स से कमाई का 'रामदेव फॉर्मूला', जानिए मल्टीबैगर की पहचान करने का क्या है सही तरीका
रामदेव अग्रवाल ROE को काफी महत्व देते हैं। वह ऐसी कंपनियों में निवेश करना पसंद करते हैं, जिनका आरओई कम से कम 25 फीसदी हो।

स्टॉक मार्केट्स से मोटी कमाई का सपना हर इनवेस्टर देखता है। जिस इनवेस्टर को कोई मल्टीबैगर मिल जाता है, उसका काम आसान हो जाता है। मल्टीबैगर का मतलब ऐसे स्टॉक से है, जो कुछ सालों में इनवेस्टर के पैसे को कई गुना कर देता है। हालांकि, हजारों शेयरों में से मल्टीबैगर स्टॉक को पहचानना आसान नहीं हैं। दिग्गज निवेशक और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल के पास मल्टीबैगर स्टॉक को पहचानने का गजब का हुनर है। सीएनबीसी-टीवी18 को दिए इंटरव्यू में उन्होंने अपने इस हुनर के बारे में बताया।

बाजार की नजर में आने से पहले स्टॉक को पहचान लें

Ramdev Agarwal के मुताबिक, आपको मार्केट की नजर पड़ने से पहले उन कंपनियों को पहचानना आना चाहिए, जिनके फंडामेंटल्स स्ट्रॉन्ग हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण बालकृष्ण इंडस्ट्रीज है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस कंपनी में तब निवेश किया था, जब इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन सिर्फ 100 करोड़ रुपये था। तब इसका पी/ई रेशियो सिर्फ 1 था। इसका रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 30-40 फीसदी के बीच था। इतने मजबूत फंडामेंटल्स के बावजूद इस स्टॉक का मुश्किल से कोई खरीदार था।

ज्यादा कीमत पर किसी शेयर को खरीदने से बचें

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