Stock Crash: ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टिफायर्स के शेयरों में मंगलवार 11 नवंबर को लगातार दूसरे दिन भारी गिरावट देखने को मिली। कंपनी के शेयर कारोबार शुरू होते ही 10% के लोअर सर्किट में पहुंच गए। इससे पहले सोमवार को इसके शेयरों में 20% का लोअर सर्किट लगा था। पिछले दो दिनों में कंपनी का शेयर 28% से ज्यादा टूट गया है।
यह गिरावट कंपनी के सितंबर तिमाही के कमजोर नतीजों और वर्ल्ड बैंक की कार्रवाई दोनों कारणों से जुड़ी है।
EBITDA मार्जिन भी घटकर 11.2% रह गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 14.9% था। यह वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के बाद का सबसे निचला स्तर है। कंपनी के मैनेदमेंट ने मार्जिन घटने की वजह कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी और ऑपरेटिंग खर्च में उछाल को बताया है।
वर्ल्ड बैंक ने कंपनी पर लगाया प्रतिबंध
TRIL के शेयरों पर दबाव का एक और बड़ा कारण सामने आया है। वर्ल्ड बैंक ने कंपनी को अपने फंडिंग वाले प्रोजेक्ट्स से डीबार यानी प्रतिबंधित कर दिया है। यह कार्रवाई नाइजीरिया की इलेक्ट्रिक ग्रिड को बेहतर बनाने के 48.6 करोड़ डॉलर के प्रोजेक्ट से जुड़ी भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के आरोपों के कारण की गई है।
हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका लंबी अवधि में कंपनी के घरेलू बिजनेस या दूसरे विदेशी प्रोजेक्ट्स पर बड़ा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि TRIL के अधिकतर प्रोजेक्ट्स वर्ल्ड बैंक से फाइनेंस नहीं हैं।
एक मार्केट एनालिस्ट ने CNBC-TV18 से कहा, “यह मामला स्पष्टता की मांग करता है, लेकिन हमें नहीं लगता कि इससे कंपनी के भारत या दूसरे बाजारों में लॉन्ग-टर्म कारोबार पर कोई बड़ा असर पड़ेगा।”
मंगलवार को TRIL के शेयर 10% गिरकर 282.55 रुपये के स्तर पर आ गए। इससे पहले सोमवार को भी शेयर 20% के लोअर सर्किट में चला गया था। अब तक 2025 में कंपनी के शेयर लगभग 40% टूट चुके हैं।
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