पहले भारत में परिवार गोल्ड और प्रॉपर्टी खरीदने और बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसे रखना पसंद करते थे। इसलिए उन्हें निवेश के मामले में कंजरवेटिव माना जाता था। शेयरों में निवेश करने वाले को साहसिक माना जाता था। लेकिन, यह धारणा तेजी से बदल रही है। आरबीआई की एक नई बुलेटिन में इस बारे में बताया गया है। इसमें कहा गया है कि अब परिवार म्यूचुअल फंड्स के जरिए शेयरों में जमकर इनवेस्ट कर रहे हैं, जो पहले कभी नहीं देखा गया था। यह बदलाव स्वागतयोग्य है।