Sugar stocks: शुगर कंपनियों के शेयरों में आज 16 सितंबर को जोरदार तेजी देखने को मिली। यह तेजी सरकार के एक कदम के बाद आया है, जिससे चीनी मिलों की कमाई बढ़ने का अनुमान जताया जा रहा है। खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) ने चीनी मिलों और डिस्टिलरीज को गन्ने के रस और बी-हेवी शीरा (B-Heavy Molasses) से रिक्टिफाइड स्पिरिट (RS) और एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ENA) बनाने की इजाजत दे दी है।
सरकार ने हाल ही में 2024-25 के एथेनॉल सप्लाई ईयर (ESY) के लिए गन्ने के रस, B-हेवी और C-हेवी शीरा से एथेनॉल उत्पादन को भी मंजूरी दी है। इस फैसले के बाद शुगर सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई। धामपुर शुगर मिल्स, बजाज हिंदुस्तान शुगर, बलरामपुर चीनी मिल्स, डालमिया भारत, अवध शुगर, मवाना शुगर, श्री रेणुका शुगर, और त्रिवेणी इंजीनियरिंग के शेयरों में 2% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई।
इसके अलावा, डीसीएम श्रीराम इंडस्ट्रीज, धरानी शुगर, बन्नारी अम्मन शुगर, देवांगरे शुगर कंपनी, और EID पैरी के शेयरों में भी 1-2% की बढ़त देखी गई।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में पर्याप्त चीनी स्टॉक होने के कारण, फ्यूल में एथेनॉल को मिक्स करने की योजना को फिर से शुरू किया जा सकता है, जैसा कि पेराई सत्र 2023 तक हुआ था। हालांकि दिसंबर 2023 में, सरकार ने घरेलू खपत के लिए चीनी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने और कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए 2023-2024 ESY (दिसंबर-नवंबर) में एथेनॉल उत्पादन के लिए गन्ने के रस या चीनी सिरप के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में एथेनॉल मिश्रण का कार्यक्रम मौजूदा सीजन के जुलाई तक 13.3% तक पहुंच गया है, जो 2022-2023 सीजन के दौरान 12.6% था। फिलहाल देश की कुल एथेनॉल उत्पादन क्षमता 1,589 करोड़ लीटर है। इसमें से, ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 2023-2024 सीजन के दौरान एथेनॉल मिक्स के उद्देश्य से 505 करोड़ लीटर एथेनॉल खरीदा।
बता दें कि भारत, ब्राजील के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है, और सरकार 2025-26 तक 20% तक एथेनॉल मिक्स के लक्ष्य तो हासिल करने की योजना बना रही है।