सन फार्मा के शेयर 1 अगस्त को 5 फीसदी क्रैश कर गए। कंपनी ने 31 जुलाई को जून तिमाही के नतीजों का ऐलान किया था। इस दौरान इसका एक्सेप्शनल आइटम्स और टैक्स से पहले कंसॉलिडेटेड प्रॉफिट 16.6 फीसदी बढ़कर 3,991 करोड़ रुपये रहा। लेकिन, कुछ एसेट्स के इम्पेयरमेंट और एक कानूनी मसले के निपटारे पर कंपनी को वन-टाइम 818 करोड़ रुपये खर्च करना पड़ा। इस वजह से प्रॉफिट साल दर साल आधार पर करीब 20 फीसदी गिर गया।
इनवेस्टेक ने स्टॉक की रेटिंग घटाई
Sun Pharma का शेयर 1 अगस्त को 1:30 बजे एनएसई में 5.07 फीसदी गिरकर 1,620 रुपये पर चल रहा था। सन फार्मा इंडिया की सबसे बड़ी दवा कंपनियों में से एक है। ब्रोकरेज फर्मों की राय सन फार्मा के शेयरों के बारे में अलग-अलग है। Investec ने सन फार्मा के शेयरों की रेटिंग घटाई है। उसने इस स्टॉक को बेचने की सलाह दी है। रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि अगली तीन तिमाहियों में सन फार्मा की अर्निंग्स कमजोर रह सकती है।
चॉयस इक्विटी की निवेश बढ़ाने की सलाह
Choice Equity Broking ने इनवेस्टर्स को सन फार्मा के शेयरों में निवेश बढ़ाने की सलाह दी है। उसने इसके शेयरों के लिए 1,825 रुपये का टारगेट दिया है। उसने कहा है कि नए लॉन्चेज की वजह से कंपनी की ग्रोथ अच्छी रहने की उम्मीद है। इसे इनोवेटिव पाइपलाइन का फायदा मिलेगा। हालांकि, कंपनी प्रमोशनल एक्टिविटीज और R&D पर खर्च बढ़ा रही है, जिससे इसके मार्जिन पर कुछ समय तक दबाव दिख सकता है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि सन फार्मा को अमेरिका में उसके मैन्युफैक्चरिंग बेस का भी फायदा मिलेगा। इससे कंपनी टैरिफ से जुड़े रिस्क के मामले में अपेक्षाकृत सुरक्षित है।
शेयरों पर डोनाल्ड ट्रंप की चिट्ठी का भी असर
1 अगस्त को सन फार्मा के शेयरों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 17 फार्मा कंपनियों को लिखी गई चिट्ठी का भी असर पड़ा। इन कंपनियों में Eli Lilly, AstraZeneca, Novo Nordisk और Pfizer जैसी कंपनियां शामिल हैं। ट्रंप ने चिट्ठी में इन कंपनियों को नई दवाओं की अमेरिका में उतनी कीमत रखने को कहा है, जितनी वे दूसरे देशों में रखती हैं।
एचएसबीसी ने शेयरों के लिए 1850 रुपये का टारगेट दिया
एचएसबीसी ने सन फॉर्मा के शेयरों को खरीदने की सलाह दी है। उसने इसके शेयरों के लिए 1,850 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "पहली तिमाही में खर्च कम रहने के बावजूद कंपनी को कॉस्ट बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि उसने FY26 में 10 करोड़ डॉलर के खर्च के प्लान में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। इंडिया में कंपनी की ग्रोथ अच्छी रहने की उम्मीद है। साथ ही इनोवेटिव प्रोडक्ट्स की सेल्स बढ़ा रही है, जिससे नए लॉन्चेज पर हुए खर्च की भरपाई हो जाएगी।"
जेएम फाइनेंशियल को भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
जेएम फाइनेंशियल ने भी Sun Pharma के शेयरों को खरीदने की सलाह दी है। उसने इसके शेयरों के लिए 1,999 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जो सबसे ज्यादा टारगेट प्राइस है। उसने कहा है कि FY25-28 के दौरान सन फार्मा के रेवेन्यू की CAGR 11 फीसदी रहने की उम्मीद है। कंपनी के मार्जिन में भी धीरे-धीरे इजाफा देखने को मिले, क्योंकि इसकी कुल सेल्स में ब्रांडेक्स और स्पेशियलिटी प्रोडेक्ट्स की हिस्सेदारी बढ़ेगी।