Suzlon Share Price: विंड टर्बाईन बनाने वाली कंपनी सुजलॉन एनर्जी पर एक्सचेंजों ने अतिरिक्त निगरानी खत्म की तो शेयरों ने इसका जश्न मनाया। एक्सचेंजों ने इसे एडीशनल सर्विलांस मेजर (ASM) फ्रेमवर्क के पहले स्टेज में रखा था लेकिन अब यह इससे बाहर हो गई है। इसके चलते शेयर आज 3 फीसदी से अधिक उछल गए। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा उठाया लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। आज BSE पर यह 3.03 फीसदी के उछाल के साथ 83.42 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 3.69 फीसदी उछलकर 83.96 रुपये के भाव तक पहुंच गया था।
Suzlon पर क्यों थी एक्सचेंजों की अतिरिक्त निगरानी?
सुजलॉन के शेयर एक साल में 216 फीसदी उछले हैं और निफ्टी इस दौरान 27 फीसदी ही उछला है। शेयरों के इस भारी तेजी के साथ-साथ कुछ और मानकों पर सुजलॉन को एएसएम के पहले स्टेज में रखा गया था। इस कैटेगरी में शामिल स्टॉक्स में किसी असामान्य उतार-चढ़ाव पर एक्सचेंजों की नजर रहती है और निवेशकों को भी ट्रेडिंग के लिए 100 फीसदी मार्जिन का इस्तेमाल करना पड़ता है। इसके तहत शेयरों को हाई-लो वैरिएशन, क्लाइंट कंसेंट्रेशन, प्राइड बैंड के हिट होने की संख्या, क्लोज-टू-क्लोज वैरिएशन और प्राइस-अर्निंग्स रेश्यो के मानकों पर परखने के बाद रखा जाता है। यह काम इसलिए किया जाता है ताकि स्पेक्यूलेटिव ट्रेडिंग पर नियंत्रण हो और रिस्क कम किया जा सके।
एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर निकलने के बाद शेयरों में तेजी का रुझान तो है लेकिन स्टॉक्सबॉक्स के टेक्निकल एनालिस्ट कुशल गांधी के मुताबिक इकी स्पीड धीमी हो रही है। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) ने गिरावट का रुझान है जो प्राइस के मुकाबले निगेटिव डाइवर्जेंस का संकेत है। कुशल का कहना है कि इसे 84.30 रुपये के लेवल पर रेजिस्टेंस झेलना पड़ा। इस लेवल पर हाई वॉल्यूम पर इसे वापस लौटना पड़ा। निफ्टी के मुकाबले इसकी रिलेटिव स्ट्रेंथ गिर रही है। ऐसे में कुशल गांधी ने मौजूदा भाव पर इसे खरीदने से बचने की सलाह दी है।
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