Orange is the new black: ब्लू-ब्लैक नहीं, ऑरेंजमय सेरेमनी; Swiggy की लिस्टिंग पर दिखा अलग माहौल

Orange is the new black: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) की लिस्टिंग के मौके पर एक नया नजारा देखने को मिला और मार्केट 'ऑरेंज इज द न्यू ब्लैक' का गवाह बना। आमतौर पर कोई कंपनी जब कंपनी जब लिस्ट होती है तो उसके समारोह पर कॉरपोरेट एग्जेक्यूटिव और इनवेस्टमेंट बैंकर्स ब्लैक और ब्लू सूट में दिखते हैं। हालांकि स्विगी के मामले में पूरा माहौल ही बदल गया

अपडेटेड Nov 13, 2024 पर 4:32 PM
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फाउंडर्स से लेकर डिलीवरी पार्टनर्स और स्विगी के एंप्लॉयीज और यहां तक कि इनवेस्टमेंट बैंकर्स ने भी Swiggy की थीम से ऑरेंज जैकेट ही पहनी।

Orange is the new black: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) की लिस्टिंग के मौके पर एक नया नजारा देखने को मिला और मार्केट 'ऑरेंज इज द न्यू ब्लैक' का गवाह बना। आमतौर पर कोई कंपनी जब कंपनी जब लिस्ट होती है तो उसके समारोह पर कॉरपोरेट एग्जेक्यूटिव और इनवेस्टमेंट बैंकर्स ब्लैक और ब्लू सूट में दिखते हैं। हालांकि स्विगी के मामले में पूरा माहौल ही बदल गया। फाउंडर्स से लेकर डिलीवरी पार्टनर्स और स्विगी के एंप्लॉयीज और यहां तक कि इनवेस्टमेंट बैंकर्स ने भी कंपनी की थीम से ऑरेंज जैकेट ही पहनी। इस मौके पर कंपनी के फाउंडर्स के साथ-साथ डिलीवरी पार्टनर्स ने भी स्विगी के साथ अपने अनुभव को साझा किया।

क्या कहा Swiggy के फाउंडर और डिलीवरी पार्टनर्स ने?

स्विगी के को-फाउंडर और सीईओ श्रीहर्ष मजेती ने इस मौके पर कहा कि लिस्टिंग सेरेमनी उन्हें वर्ष 2010 में आईआईएम कलकत्ता में कॉलेज के दिनों की याद दिला रहा है। उस समय श्रीहर्ष ऐसे ही एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे जो बाद में स्विगी बन गया। हालांकि कॉलेज प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद यह आईडिया पीछे छूट गया लेकिन फिर उनके साथ प्रोजेक्ट पर काम करने वाले एक शख्स वर्षों बाद मिले तो स्विगी ने रफ्तार पकड़ी। उन्होंने आगे कहा कि भारत का अगला दशक इकनॉमिक ग्रोथ का होगा। श्रीहर्ष ने इसके ग्राहकों को लव लेटर के रूप में कहा कि स्विगी का थोड़ा सा हिस्सा आपकी जिंदगी में हो, तो आप सिर्फ आर्थिक वृद्धि नहीं देखेंगे, बल्कि इसका आनंद भी ले पाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि स्विगी जैसी चीज़ बनाने के लिए एक गांव चाहिए और उन्होंने एक सुंदर गांव बनाया है जिसके सबसे महत्वपूर्ण सदस्य उनके डिलीवरी पार्टनर हैं।


लिस्टिंग सेरेमनी में कुछ डिलीवरी पार्टनर्स ने भी अपना अनुभव साझा किया। शुरुआती दिनों से ही स्विगी के साथ जुड़े जिगर खान ने कहा कि स्विगी में काम करके उन्होंने कर्ज चुकाया, अपनी बहन की शादी की, और एक घर भी खरीदा। उन्होंने आगे बताया कि जब उनके बेटे की तबियत खराब हुई थी, तो स्विगी के इंश्योरेंस सपोर्ट से इसके खर्च को भरने में मदद मिली। एक और डिलीवरी पार्टनर नम्रता वोरा, जो मुंबई के मीरा-भयंडर इलाके में इकलौती महिला डिलीवरी पार्टनर हैं, ने कहा कि यहां काम करने ने उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता दी और उनके परिवार की मदद करने में सक्षम बनाया।

कैसी रही स्विगी की लिस्टिंग?

स्विगी के शेयरों की आज एनएसई पर करीब 7% प्रीमियम पर लिस्टिंग हुई। लिस्टिंग के बाद यह फिसल गया। हालांकि फिर इसने शानदार रिकवरी की और दिन के आखिरी में 390 रुपये के भाव में जारी हुआ यह शेयर 464.00 रुपये पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 18.97 फीसदी अपसाइड है। एनएसई पर यह 420 रुपये पर लिस्ट हुआ था।

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