Taparia Tools Dividends: हैंड टूल बनाने वाली इस कंपनी ने अपने 11 रुपये के शेयर पर 155 रुपये का छप्परफाड़ डिविडेंड दिया है। यह खबर सुनकर एक बार आपको भी जरूर आश्चर्य हुआ होगा, कि कहीं आप ने तो गलत तो नहीं पढ़ लिया। बिल्कुल नहीं। आपने एकदम सही पढ़ा है। तपाड़िया टूल्स (Taparia Tools) नाम की इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में प्रत्येक शेयर पर 77.50 रुपये का अंतरिम डिविडेंड और 77.50 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने का ऐलान किया था। इसका मतलब है कि इस शेयर की पिछले वित्त वर्ष में डिविडेंड यील्ड 1,550 फीसदी रही है।
नासिक मुख्यालय वाली यह कंपनी कारपेंटरी और वुडवर्किंग टूल्स, पेचकस, प्लायर्स (सरौता), हैकसॉ ब्लेड्स और इसी तरह के कई प्रकार के टूल्स को बनाने और उसकी सप्लाई के कारोबार में है। इसके अलावा जर्मनी की एलोरा कंपनी के साथ सहयोग में इलेक्ट्रिकल्स, लैंप और लाइटनिंग सिस्टम, इंजीनियिरिंग और वर्कशॉप टूल्स, गार्डनिंग टूल्स और इक्विपमेंट बनाने के कारोबार में है।
इस तरह के जबरदस्त डिविडेंड का ऐलान कर तपाड़िया टूल्स एक तरह से निवेशकों को सीधे-सीधे लुभा रही है। लेकिन यहां एक पेंच यह है कि इस कंपनी के लगभग पूरी हिस्सेदारी इसके प्रमोटर ग्रुप या उनसे जुड़े व्यक्तियों के ही पास है। शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, कंपनी की करीब 70 फीसदी प्रमोटरों के पास है, जबकि बाकी 30 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डिंग के लिए दर्ज है। लेकिन इस अधिकरत पब्लिक शेयरहोल्डर भी प्रमोटरों से जुड़े हुए हैं।
उदाहरण के लिए, कताई-बुनाई और कपड़ों के फिनिशिंग का कारोबार करने वाली कंपनी वीर एंटरप्राइजेज (Veer Enterprises) की तपाड़िया टूल्स में लगभग 9 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस वीर एंटरप्राइजेज के डायरेक्टरों में से एक अनिल तपाड़िया है। इसके दूसरे शेयरहोल्डरों में श्री कांता देवी तपाड़िया, अनंत तपाड़ियाऔर आर्यमन तपाड़िया शामिल हैं।
टापरिया टूल्स एक बहुत ही अनलिक्विड स्टॉक है, जिसमें कुल शेयरों की संख्या सिर्फ करीब 30.36 लाख हैं। इसमें से 70 प्रतिशत शेयर प्रमोटरों (तपाड़िया और बांगुर परिवार) के पास है। वेंचुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड, विनीत बोलिनजकर ने बताया कि कंपनी की पब्लिक शेयरहोल्डिंग में से भी 17.5 प्रतिशत हिस्सेदारी भी तपारिया और बांगुर परिवार के सदस्यों के पास है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रमोटरों से जुड़े हो सकते हैं।
विनीत बोलिनजकर ने कहा, "इसका मतलब है कि तपाड़िया टूल्स ने डिविडेंड के तहत जो पैसा बांटने का ऐलान किया है, उसका अधिकतर हिस्सा प्रमोटरों और उनके परिवार के सदस्यों के पास जाएगा।"
नियमों के मुताबिक, जब कंपनी पर कोई उधार नहीं हो और उसका कैश बैलेंस मजबूत हो तो, उसे भारी डिविडेंड के ऐलान की पूरी छूट है। बोलिनजकर ने कहा, "एक कंपनी जो मजबूत रेवेन्यू के साथ और मुनाफे बना रही है और इसकी बैलेंस शीट पर पर्याप्त कैश बैलेंस और कैश इक्विवैलेंट्स है, तो वह अपने शेयरधारकों को भारी डिविडेंड का भुगतान कर सकती है।"
उन्होंने कहा कि तपाड़िया टूल्स, शुद्ध रूप से कर्ज मुक्त कंपनी है और उसके पास 90 करोड़ रुपये का कैश बैलेंस और कैश इक्विवैलेंट्स है।
Taparia Tools ने पिछले 5 सालों में रेवेन्यू और मार्जिन में मजबूत ग्रोथ दर्ज की है। वित्त वर्ष 2018 से 2013 के दौरान उसका रेवेन्यू 13.5 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़कर 764 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी का EBITDA (ऑपरेटिंग प्रॉफिट) करीब 35 प्रतिशत की सालाना दर बढ़कर 94 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि इसका शुद्ध मुनाफा 39 प्रतिशत की दर से बढ़कर 72 करोड़ रुपये हो गया है।
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