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इन 11 शेयरों का Lockin Period नवंबर में होगा खत्म, लगातार जारी है बिकवाली, क्या आपने भी गंवाया पैसा

Delhivery का इश्यू प्राइस 487 रुपए था। 19 नवंबर को कंपनी में 82.42 फीसदी शेयरहोल्डिंग लॉक-इन से बाहर होगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 01, 2022 पर 12:53 PM
इन 11 शेयरों का Lockin Period नवंबर में होगा खत्म, लगातार जारी है बिकवाली, क्या आपने भी गंवाया पैसा
कैंपस एक्टिववियर का इश्यू प्राइस 292 रुपए था। इसका लॉक-इन 3 नवंबर को खत्म होने वाला है। 3 नवंबर को कंपनी में 63.8 फीसदी शेयरहोल्डिंग लॉक-इन से बाहर होगी

नवंबर महीनें में कई प्री-आईपीओ लॉक-इन एक्सपायर होने वाले हैं। ऐसे में बाजार में नवंबर महीनें में शेयरों की सप्लाई में भारी इजाफा होने वाला है। नवंबर में कई नए जमाने की इंरनेट आधारित कंपनियों का प्री-आईपीओ लॉक-इन खत्म होगा। बताते चलें कि सेबी ने किसी प्री-आईपीओ इश्यू में शेयर खरीदने वाले निवेशकों के लिए 6 महीने का लॉक-इन पीरियड तय कर रखा है। इसके पहले लॉक-इन पीरियड 1 साल का होता था। 1 अप्रैल 2022 से नए नियम लागू होने के बाद अब हमें नवंबर में 6 महीने और 1 साल दोनों अवधि के लॉक-इन नवंबर में देखने को मिलेंगे।

Complete Circle Capital के पार्टनर और वाइस प्रेसीडेंट आदित्य कोंडावर (Aditya Kondawar) का कहना है कि हमें ये देखने को मिला है कि जब भी लॉक-इन खत्म होता होता है बाजार में शेयरों की ओवर सप्लाई हो जाती है जिससे शेयरों के दाम घट जाते हैं। ऐसे में इस बात की बड़ी संभावना है कि नवंबर में लॉक-इन से बाहर आने वाले शेयरों में भी करेक्शन देखने को मिल सकता है।

IPO बाजार पर नजदीकी से नजर रखने वाले मेहुल बुमतारिया (Mehul Bumtaria) के साथ मिल कर हमने नवंबर में लॉक-इन से बाहर आने वाले शेयरों की एक लिस्ट बनाई है। आइए डालते हैं इस पर एक नजर।

Campus Activewear | CMP: Rs 579.80 | कैंपस एक्टिववियर का इश्यू प्राइस 292 रुपए था। इसका लॉक-इन 3 नवंबर को खत्म होने वाला है। 3 नवंबर को कंपनी में 63.8 फीसदी शेयरहोल्डिंग लॉक-इन से बाहर होगी। बड़े प्री-आईपीओ निवेशकों पर नजर डालें तो 3 नवंबर को TPG Growth की कंपनी में 7.62 फीसदी की प्री-आईपीओ हिस्सेदारी लॉक-इन से बाहर हो जाएगी। इसी तरह QRG Enterprises की कंपनी में 1.87 फीसदी की प्री-आईपीओ हिस्सेदारी लॉक-इन से बाहर हो जाएगी। वहीं, कंपनी के प्रोमोटर हरि कृष्ण अग्रवाल और निखिल अग्रवाल अपनी 54 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकेंगे।

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