मार्केट आउटलुक पर बात करते हुए Emkay Investment Managers के CIO मनीष सोंथालिया ने कहा कि बाजार में बेचने का टाइम तो गया। अब बिकवाली करने का समय तो है नहीं। अब यहां से बाजार में आखिरी 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है। यहां से हिम्मत जुटा कर अगले 2-3 साल के नजरिए से खरीदारी का समय आ गया है। मनीष का मानना है कि निफ्टी की अर्निंग्स ग्रोथ 10-12 फीसदी के आसपास होगी। अगर आप मिड और स्मॉलकैप लेते हैं तो आपको निफ्टी की अर्निंग्स ग्रोथ से ज्यादा ग्रोथ और निफ्टी का जो PE है उसके आसपास का वैल्यूएशन रखें तो मिड और स्मॉलकैप में भी खरीदारी करने में कोई खराबी नहीं है। चुनिंदा मिड-स्मॉलकैप में निवेश के मौके ढूंढ सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि बजट में कंजम्प्शन बूस्ट के लिए टैक्स राहत दी गई है। आयकर दाताओं को 1 लाख करोड़ रुपए की सेविंग हुई है। अब अगर आप ये मान कर चलें की 1 लाख करोड़ रुपए में से 20 फीसदी बचा कर रख लिए जाएंगे तो 80 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे तो इसमें बेसिकली 5 का मल्टीप्लायर क्रिएट होता है। ऐसे में आगे मीडियम टर्म के नजरिए से कंजम्प्शन बड़ी थीम के तौर उभरेगा। ये एक ऐसा सेक्टर है को पिछले 1-2 साल से दबाव में चल रहा है। आयकर में मिली राहत का सबसे ज्यादा फायदा कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी को ही होगा। इसमें ऑटो, होटल, क्यूएसआर, फॉरेन ट्रैवल और मेडीकेयर शामिल हैं।
मनीष सोंथालिया का कहना है कि थोड़ा करेक्शन मिलने पर बैंक, इंश्योरेंस, कैपिटल मार्केट, एक्सपोर्ट, IT और फार्मा में निवेश करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें NBFCs में कंज्यूमर और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां भी पसंद हैं। उनका मानना है कि सोने में उछाल से गोल्ड फाइनेंस शेयर में तेजी संभव है। चीन प्लस वन थीम से केमिकल शेयरों को फायदा होगा। फ्लोरो केमिकल में ग्रोथ की उम्मीद है।
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