फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी सिप्ला (Cipla) में अहमदाबाद की टोरेंट फार्मा (Torrent Pharma) हिस्सेदारी खरीदेगी। सिप्ला के प्रमोटर्स की हिस्सेदारी खरीदने के लिए टोरेंट फार्मा ने नॉन-बाइंडिंग बिड दाखिल कर सकती है। सीएनबीसी टीवी-18 को सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है। टोरेंट फार्मा इस पर आने वाले हफ्तों में फैसला ले सकती है। रिपोर्ट से मुताबिक इसे लेकर कंपनी तीन से चार प्राइवेट इक्विटी कंपनियों और विदेशी संस्थानों से भी बातचीत कर रही है ताकि पैसों का प्रबंध हो सके। इस मामले में अभी टोरेंट फार्मा और सिप्ला की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
एक प्राइवेट इक्विटी फर्म ने जमा कर दी है बोली
27 जुलाई को सबसे पहले मनीकंट्रोल ने ही जानकारी दी थी कि सिप्ला के प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन और BPEA EQT से बाचतीत कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सिप्ला के प्रमोटर्स चेयरमैन वाईके हमीद (YK Hamied), वाइस चेयरमैन एमके हमीद (MK Hamied) और एग्जेक्यूटिव वाइस चेयरमैन समीन हमीद (Samina Hamied) समेत कंपनी आगे की योजना बना रही है। इसी को लेकर ही हिस्सेदारी बेचने पर विचार हो रहा है। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक टोरेंट सिप्ला में हमीद परिवार की हिस्सेदारी लेना चाहती है।
एक अहम बात ये भी है कि हमीद परिवार की हिस्सेदारी खरीदने के लिए ब्लैकस्टोन औऱ बेरिंग पीई एशिया-इक्विटी भी लड़ाई में हैं। ब्लैकस्टोन ने एलपी (लिमिटेड पार्टनर्स) के साथ मिलकर नॉन-बाइंडिंग बोली भी लगा दी है। लिमिटेड पार्टनर्स ऐसे निवेशक हैं जो किसी प्राइवेट इक्विटी कंपनी को पूंजी मुहैया कराते हैं। अब अगर ये डील हो जाती है तो यह देश की सबसे बड़ी प्राइवेट इक्विटी डील होगी।
सफल हुई तो Torrent बन जाएगी दूसरी सबसे बड़ी फार्मा कंपनी
अगर टोरेंट फार्मा सिप्ला के प्रमोटर्स की हिस्सेदारी खरीदने में सफल हो जाती है तो रेवेन्यू के हिसाब से यह देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी हो जाएगी। अभी देश की सबसे बड़ी कंपनी सन फार्मा है। अभी सिप्ला का वित्त वर्ष 2023 का कंसालिडेटेड रेवेन्यू टोरेंट के मुकाबले 2.3 गुना, प्रॉफिट 2.3 गुना और मार्केट वैल्यू 1.46 गुना है। शेयरों की बात करें तो सिप्ला के शेयर 31 अगस्त को एनएसई पर 1.74 फीसदी उछलकर 1257.60 रुपये और टोरेंट फार्मा 5.74 फीसदी गिरकर 1842.50 रुपये पर बंद हुए थे।