Trade Spotlight : 26 दिसंबर से शुरू होने वाले छोटे कारोबारी हफ्ते में निफ्टी 50 में और कंसोलीडेशन होने की उम्मीद है। किसी भी नई तेजी के लिए निफ्टी को 21,593 के अपने रिकॉर्ड हाई को पार करके मजबूती दिखाने की जरूरत है जबकि नीचे की ओर इसके लिए 21,200-21,000 के स्तर पर सपोर्ट दिख रहा है। बाजार जानकारों का कहना है कि अगर ये सपोर्ट कायम नहीं रह पाता तो निफ्टी 20,800 अंक तक गिर सकता है। 22 दिसंबर को, निफ्टी 94 अंक चढ़कर 21,349 पर और बीएसई सेंसेक्स 242 अंक बढ़कर 71,107 पर बंद हुआ था। छोटे-मझोले शेयरों ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया था क्योंकि निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में क्रमशः 0.7 फीसदी और 1 फीसदी की बढ़त हुई थी।
आखिरी कारोबारी दिन जिन शेयरों में जोरदार बढ़त दर्ज की गई उनमें विप्रो, लॉरस लैब्स और कमिंस इंडिया शामिल हैं। लॉन्ग हॉरीजेंटल रजिस्टेंस ट्रेंडलाइन के पार होने के बाद, विप्रो ने लंबे समय के बाद एक ही दिन में 6.6 फीसदी की रैली दर्ज की थी। स्टॉक ने मजबूत वॉल्यूम के साथ डेली चार्ट पर बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया था। स्टॉक 462.65 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले साल 9 जून के बाद का इसका हाइएस्ट क्लोजिंग लेवल है।
लौरस लैब्स 4.4 फीसदी बढ़कर 414.55 रुपये पर पहुंच गया और मजबूत वॉल्यूम के साथ दैनिक चार्ट पर लांग बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया। स्टॉक ने सभी अहम मूविंग एवरेज (20, 50, 100 और 200-डे ईएमए - एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से ऊपर कारोबार किया।
कमिंस इंडिया लगातार दूसरे सत्र में तेजी जारी रखते हुए शुक्रवार को 3.7 फीसदी की बढ़त के साथ 2,013 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर बंद हुआ। स्टॉक ने औसत से ज्यादा वॉल्यूम के साथ डेली स्केल पर हेल्दी बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया। इसके अलावा स्टॉक सभी अहम प्रमुख मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार करता दिखा।
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विप्रो (Wipro): पिछले लगातार छह हफ्ते की बढ़त के साथ, स्टॉक ने क्लोजिंग बेसिस पर 448 रुपये के स्तर पर स्थित अपने "मल्टीपल ईयर" कंसोलीडेशन जोन ब्रेकआउट को निर्णायक रूप से तोड़ दिया है। ये तेजी की शुरूआत का संकेत है। यह ब्रेकआउट भारी वॉल्यूम के साथ आया है। ये भी एक पॉजिटिव संकेत हैं। निवेशकों को इस स्टॉक को 490-515 रुपये के लक्ष्य के साथ खरीदना, बनाए रखना या किश्तों में जमा करना चाहिए। नीचे की तरफ स्टॉक के लिए 445-430 रुपये के स्तर पर सपोर्ट है।
लौरस लैब्स (Laurus Labs): अगस्त 2023 से, स्टॉक 410-350 रुपये के जोन में कंसेलीडेट हो रहा। हालांकि, पिछले हप्ते की 8 फीसदी की तेजी के साथ, स्टॉक ने वीकली क्लोजिंग बेसिस पर 406 रुपये के स्तर पर "डाउन-स्लोपिंग" ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट दिया है। इस कंसोलीडेशन रेंज को 200-डे एसएमए (357 रुपये) का सपोर्ट है। यह एक पॉजिटिव संकेत है।
यह ब्रेकआउट भारी वॉल्यूम के साथ आया है जो रैली में निवेशकों की बढ़ती भागीदारी का संकेत देता है। 20 और 50-डे एसएमए का पॉजिटिव क्रॉसओवर निकट अवधि में तेजी बने रहने का संकेत है। डेली, वीकली और मंथली स्ट्रेंथ इंडीकेटर आरएसआई भी पॉजिटिव संकेत दे रहा है। निवेशकों को इस स्टॉक को 440-480 रुपये के लक्ष्य के साथ खरीदना, बनाए रखना या किश्तों में जमा करना चाहिए। नीचे की तरफ स्टॉक के लिए 397-385 रुपये के स्तर पर सपोर्ट है।
कमिंस इंडिया (Cummins India): स्टॉक ने 2,025 रुपये के स्तर पर एक नया ऑलटाइम हाई बनाया है जो इसमें तेजी कायम रहने का संकेत देता है। स्टॉक एक मजबूत अपट्रेंड में है। ये सभी टाइम फ्रेम पर हायर टॉप और बॉटम की सीरीज बना रहा है। ये तेजी के रुझान का संकेत है। निवेशकों को इस स्टॉक को 2,110-2,200 रुपये के लक्ष्य के साथ खरीदना, बनाए रखना या किश्तों में जमा करना चाहिए। नीचे की तरफ स्टॉक के लिए 1,927-1,885 रुपये के स्तर पर सपोर्ट है।
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