Stocks News: वर्ल्ड बैंक से मिली कंपनी को बड़ी राहत, शेयर 10% उछले, लगा अपर सर्किट

Transformers and Rectifiers Shares: ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स इंडिया के शेयरों में आज 14 नवंबर को शानदार तेजी देखने को मिली। कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में 10 प्रतिशत तक उछलकर अपनी अपर सर्किट सीमा में पहुंच गए। यह तेजी कंपनी को वर्ल्ड बैंक से एक बड़ी राहत मिलने की खबर के बाद आई है

अपडेटेड Nov 14, 2025 पर 11:54 AM
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Transformers and Rectifiers Shares: वर्ल्ड बैंक ने कंपनी को स्पष्टीकरण देने के लिए 12 जनवरी 2026 तक का समय दिया है

Transformers and Rectifiers Shares: ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स इंडिया के शेयरों में आज 14 नवंबर को शानदार तेजी देखने को मिली। कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में 10 प्रतिशत तक उछलकर अपनी अपर सर्किट सीमा में पहुंच गए। यह तेजी कंपनी को वर्ल्ड बैंक से एक बड़ी राहत मिलने की खबर के बाद आई है।

वर्ल्ड बैंक ने हटाया नाम, दी समयसीमा बढ़ाने की राहत

ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स ने शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि वर्ल्ड बैंक ने अपनी 'प्रतिबंधित कंपनियों और व्यक्तियों' की लिस्ट से कंपनी का नाम हटा दिया है। इतना ही नहीं, वर्ल्ड बैंक ने कंपनी को अपने स्पष्टीकरण के लिए अतिरिक्त समय भी दिया है। इस स्पष्टीकरण को देने के लिए नई अंतिम तिथि 12 जनवरी 2026 तय की गई है।

कंपनी ने बताया, "हम सभी डिस्क्लोजर कम्प्लायंस का पालन कर रहे हैं और आगे के किसी भी महत्वपूर्ण अपडेट की जानकारी एक्सचेंजों को देते रहेंगे।"


क्यों लगा था प्रतिबंध?

ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स इंडिया को वर्ल्ड बैंक ने इससे पहले चार साल (जून 2029 तक) के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। यह कार्रवाई नाइजीरिया में एक पावर प्रोजेक्ट में कथित रिश्वतखोरी के आरोपों के चलते की गई थी। इस प्रतिबंध के कारण कंपनी किसी भी वर्ल्ड बैंक फंडेड प्रोजेक्ट में हिस्सा नहीं ले सकती थी, जिसकी वजह से पिछले दो कारोबारी दिनों के दौरान इसके शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी।

कौन सा प्रोजेक्ट था जांच के दायरे में?

ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स इंडिया को वित्त वर्ष 2020 में 2.47 करोड़ डॉलर का ऑर्डर मिला था। इसमें नाइजीरिया के लिए 70 ट्रांसफॉर्मर्स की सप्लाई शामिल थी। यह ऑर्डर वित्त वर्ष 2022 में पूरा कर दिया गया था और 90% पेमेंट पिछले साल ही मिल चुका था। कंपनी का कहना है कि वर्ल्ड बैंक की नोटिस में दिए गए कनक्लून अभी फाइनल नहीं हैं और न ही वे किसी भी तरह के गलत आचरण को साबित करते हैं।

कंपनी ने अपने बयान में कहा, “हमने हमेशा कानून और कॉन्ट्रैक्चुअल दायित्वों का पालन किया है और अच्छे इरादे के साथ काम किया है।”

शेयरों में 10% की तेजी

वर्ल्ड बैंक की प्रतिबंधित सूची से कंपनी का नाम हटाए जाने और स्पष्टीकरण की समयसीमा बढ़ाने की खबर आते ही निवेशकों का भरोसा लौटा। सुबह के कारोबार में शेयर 10% की छलांग लगाकर ₹318.20 पर अपर सर्किट में पहुंच गए।

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